चंडीगढ़
पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भगवंत मान की कैबिनेट भी बन गई है। भगवंत मान की कैबिनेट के 10 मंत्रियों ने शनिवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। चंडीगढ़ में हुए इस कार्यक्रम में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सभी नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई।
आम आदमी पार्टी ने दूसरी बार विधायक बने सिर्फ दो ही नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी है। चीमा और मीत हेयर दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए हैं, जबकि बाकी आठ विधायक पहली बार चुने गए हैं. मनोनीत मंत्रियों में से पांच मालवा से, चार माझा से और एक दोआबा से है। साथ ही मनोनीत मंत्रियों में से दो डॉक्टर हैं। मंत्रियों को दिए जाने वाले विभागों की अभी घोषणा नहीं की गई है।
आम आदमी पार्टी (एएपी) के भगवंत मान ने 16 मार्च को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़कलां में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। भगवंत मान ने अब अपने मंत्रिमंडल का भी गठन कर दिया है। भगवंत मान के नए मंत्रिमंडल में दलित, महिला और हिंदू समुदाय के विधायकों को भी जगह मिली है। कैबिनेट गठन में माझा और मालवा क्षेत्र का दबदबा भी साफ झलक रहा है।
हरपाल सिंह चीमा
पेशे से वकील से और दिड़बा विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हरपाल सिंह चीमा विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रहे हैं। वह आम आदमी पार्टी के साथ शुरू ही जुड़े रहे हैं। आम आदमी पार्टी के बड़े दलित चेहरे माने जाते हैं।
डॉक्टर बलजीत कौर
डॉक्टर बलजीत कौर आम आदमी पार्टी के पूर्व सांसद साधु सिंह की बेटी हैं। डॉक्टर बलजीत कौर मलोट विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुई हैं। डॉक्टर बलजीत कौर पेशे से नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं।
हरभजन सिंह ईटीओ
हरभजन सिंह ईटीओ को भी भगवंत मान ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। हरभजन सिंह ईटीओ जंडियाला विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए हैं। हरभजन सिंह 2012 में ईटीओ बने थे और 2017 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे।
डॉक्टर विजय सिंगला
मानसा से विधायक निर्वाचित हुए डॉक्टर विजय सिंगला ने प्रसिद्ध पंजाबी गायक और कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला को मात दी थी। वे पेशे से डेंटल सर्जन हैं।
लालचंद कटारूचक्क
लालचंद कटारूचक्क भोआ विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव जीते हैं। वे काफी समय से समाजसेवा में सक्रिय रहे हैं और पहली दफे ही चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। लालचंद कटारूचक ने कांग्रेस के दिग्गज नेता जोगिंदर पाल को मात दी थी।
गुरमीत सिंह मीत हेयर
गुरमीत सिंह मीत हेयर लगातार दूसरी बार बरनाला से विधायक बने हैं। वे बीटेक की पढ़ाई करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करने दिल्ली चले गए थे। गुरमीत दिल्ली में अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जुड़े और बाद में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। 32 साल के मीत हेयर दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
हरजोत सिंह बैंस
हरजोत सिंह बैंस श्रीआनंदपुर साहिब विधानसभा सीट से विधायक हैं। हरजोत सिंह बैंस ने पिछली सरकार के दौरान पंजाब विधानसभा के स्पीकर रहे राणा केपी सिंह को मात दी थी। लंदन से पढ़े हरजोत सिंह वकील हैं. पिछली बार वे साहनेवाल से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे. हरजोत आम आदमी पार्टी की यूथ विंग के अध्यक्ष भी हैं।
लालजीत भुल्लर
लालजीत भुल्लर ने पट्टी सीट से आदेश प्रताप सिंह कैरों को मात दी थी। कैरों, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के दामाद हैं। पट्टी की अनाज मंडी में आढ़त का काम करने वाले लालजीत सिंह भुल्लर किसी समय कैरों के करीबी हुआ करते थे।
ब्रह्मशंकर जिम्पा
ब्रह्मशंकर जिम्पा ने होशियारपुर सीट से चुनाव जीता। उन्होंने चन्नी सरकार के मंत्री सुंदर अरोड़ा को मात दी थी। ब्रह्मशंकर अपना व्यापार करते हैं। वे छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे। ब्रह्मशंकर 25 साल पार्षद भी रहे हैं।
कुलदीप सिंह धालीवाल
अजनाला सीट से विधायक बने कुलदीप सिंह धालीवाल सात साल पहले आम आदमी पार्टी से जुड़े थे। वे बागवानी करते हैं। कुलदीप सिंह धालीवाल के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज है। धालीवाल अपने गांव में हाशिम शाह का मेला आयोजित करवाते रहे हैं जिसमें पंजाब के कलाकार हिस्सा लेते थे।
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