हुजूर बहुत देर कर दी सोचते- सोचते … भाजपा नेताओं का राहुल गांधी पर पलटवार, बोले- चिंता करते हैं तो फिर सचिन पायलट को अब बना दें मुख्यमंत्री

नई दिल्ली  

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मध्यप्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि ज्योतिरादित्य अगर कांग्रेस में रहे होते मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन भाजपा में वह बैकबेंचर बनकर रह गए हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कड़ा जवाब दिया है। सिंधिया ने कहा है कि राहुल गांधी जिस तरह आज चिंतित हैं, अगर इसी तरह उन्होंने उस समय चिंता जताई होती जब मैं कांग्रेस में था, तो स्थिति ही अलग होती।

कमलनाथ और दिग्विजय ने जवान साबित करने की कोशिश में पूरी कांग्रेस को बूढ़ा कर दिया
इससे पहले मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि कांग्रेस को समझ में आ गया कि MP में कांग्रेस सिंधिया के बिना शून्य है। अब राहुल गांधी को अगर सिंधिया की इतनी चिंता है, तो फिर एक प्रयोग कर राजस्थान में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना दें। उन्होंने कहा कि जो लोग दो साल में कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना पाए वो मुख्यमंत्री बनाने की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंधिया को दूल्हा बनाकर मुख्यमंत्री के रूप में पेश कर दिया। पूरे मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ा, सिंधिया के चेहरे पर। जैसे ही सरकार बनी तो बुजुर्ग से भांवरे कर दी। कहा कि 11 दिन में कर्जा माफ कर देंगे। 15 दिन में कर्जा माफ कर देंगे, नहीं तो मुख्यमंत्री बदल देंगे। उन्होंने नहीं बदला, तो हमें बदलना पड़ा। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय दोनों ने जवान साबित करने की कोशिश में पूरी कांग्रेस को बूढ़ा कर दिया।

यह  कहा था राहुल गांधी ने
कांग्रेस पार्टी के यूथ विंग से बात करते हुए 8 मार्च को राहुल गांधी ने कहा था कि  ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर कांग्रेस में होते तो वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए होते, लेकिन वह भाजपा में बैकबेंचर बन गए हैं। उनके पास  कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ काम करके संगठन को मजबूत करने का विकल्प था। मैंने उनसे कहा था कि एक दिन आप मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन उन्होंने दूसरा रास्ता चुना। राहुल गांधी ने आगे कहा लिख लें, ज्योतिरादित्य वहां (भाजपा) कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्हें इसके लिए कांग्रेस में  वापस आना होगा। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें इंतजार करने को कहा था, लेकिन उन्होंने मेरी नहीं सुनी। आज भाजपा में जाकर वे बैकबेंचर हो गए हैं। मुझे पता है, वो एक दिन जरूर लौटकर आएंगे। उन्होंने पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं को आरएसएस की विचारधारा से लड़ने और किसी से न डरने की हिदायत दी।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ टकराव के बाद ज्योतिरादित्य  सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 18 साल कांग्रेस में रहने के बाद मार्च 2020 में पार्टी के खिलाफ बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार भी गिरा दी थी। तब कांग्रेस के करीब 22 विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली। भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया राज्यसभा के सदस्य बने।





 

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