जयपुर
राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी के तत्वावधान में रविवार को झालाना स्थित अकादमी संकुल परिसर में काव्य महागोठ का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न कवियों एवं साहित्यकारों ने ब्रजभाषा की रचनाओं पर आधारित काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ गीतकार वरुण चतुर्वेदी द्वारा ब्रज वंदना से किया गया।
कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादलों पर रोक, इस डेट के बाद नहीं होंगे तबादले
इस अवसर पर ब्रजभाषा के वरिष्ठ साहित्यकार बी.के. गौड़, विट्ठल पारीक, गोपीनाथ गोपेश, हरिश्चंद्र हरी कि ‘परिचौ पोथी’ का भी विमोचन किया गया। अकादमी के सचिव गोपाल लाल गुप्ता ने अकादमी द्वारा किये गए कार्याे का उल्लेख किया।
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में Shootout, RPF जवान ने चलती ट्रेन में ASI सहित चार को गोलियों से भून डाला
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा थे। अध्यक्षता राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने की। विशिष्ट अतिथि राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष श्रीमती बिनाका जैश मालू तथा विशेषाधिकारी (मुख्यमंत्री) फारूक अफरीदी थे। इस अवसर पर राज्य भर के ब्रजभाषा के प्रमुख कवि एवं साहित्यकार भी उपस्थित रहे।
समारोह में जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों में रहकर ब्रज भाषा में साहित्य साधना में लगे 20 कविगणों ने अपनी एक से बढ़कर एक काव्य रचनाओं के माध्यम से प्रदेश में छाई सावन की बहार और उससे छाई जयपुर शहर में बदहाली के आलम को जीवंत किया। इन कवियों को इस बार कुंडलिया छंद में ‘सावन आयो’ शब्द समस्या पूर्ति के रूप में दिया गया था सभी कवियों ने इसको आधार बनाकर अपनी मौलिक रचनाएं पेश कीं। इसके अलावा सभी कवियों ने अपनी एक नवीन एवं मौलिक रचना भी प्रस्तुत की।
अकादमी के सचिव गोपाल गुप्ता ने बताया कि अकादमी चाहती है योगेश्र्वर श्री कृष्ण की इस भाषा, कला एवं साहित्य के विकास के लिए अभूतपूर्व काम करे, इसके लिए अकादमी ने मुख्यमंत्री को एक प्रस्ताव भेजा है, अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो ब्रजभाषा कला, साहित्य के संरक्षण और विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
ये रचनाएं रहीं खास
‘सावन आयौ री सखी,
बरस रह्यौ हिय खोल,
एक दिना में खुल गई,
नगर निगम की पोल,
नगर निगम की पोल,
सपूरी सड़क धँसि रहीं,
पसरीं गढ्ढन माहिं,
निगम पै खूब हँसि रहीं कहें वरुण कविराय,
सबन नें इतनौ खायौ,
फटुआ बने कुबेर,
अनूठौ सावन आयौ’
– वरूण चतुर्वेदी
सावन आयौ मास दो,
बरसे प्रेम फुहार।
उमर घुमर बदरा करै,
मन में हर्ष अपार।।
मन मे हर्ष अपार,
रचावै रास बिहारी।
गोपिन हिये श्याम,
मोहिनी मूरत प्यारी।।
कहत सावि कविराय,
पुलक जावै हैं तन मन।
लरज गरज घनघोर,
बरसतौ आवै सावन ।।
-डॉ.सावित्री रायजादा
सावन आयौ झूम कें,
बूढे गये रिसाय।
देख आपनी उमर कूँ,
मन में रहे घुटाय।
मन में रहे घुटाय,
जवानी घरी है गई।
परी बखत की मार,
खाट पै धरी रह गई।
मन में एकहि सोच,
कहाँ वे दिन मन भावन।
परै भाड़ में जाय,
जि कैसौ आयौ सावन
-अशोक उपाध्याय
सावन आयौ झूमिकैं
कूंकन लगे मयूर।
पीहू कर कोकिल कहै
बदरा कितनी दूर।।
बदरा कितनी दूर
बहत है पवन पछैंया।
लगे नाचवे तोता तीतर
ता ता थैंया।
कह हरीश कविराय
कड़कती बिजुरी पावन।
रिमझिम रिमझिम यहां
बरसतौ आयौ सावन।।
-हरीश चंद्र हरि नगर
सावन आयौ झूम कें,
हुऔ खुसाल किसान।
लग्यौ रोपबे ’खेत’ में,
सुपने कौ धन धान।
सुपने कौ धन धान,
’सुरीले मोरा कूकें’,
दियौ हरित संदेस,
प्रान वृक्षन में ’फूँकें’।
कहत ’कवी’ गोपाल,
हियौ सबकौ हरर्षायौ।
पानी करत धामाल,
जि कैसौ आयौ सावन।
-गोपाल गुप्ता
सावन आयौ झूम कें,
संग लायौ भूकम्प।
सुनकें घबराए घने,
दई पलंग ते जम्प।
दई पलंग ते जम्प
दौर घर बाहर आये।
अफरा तफरी बीच
छोड़ घरवारी धाये।
राधे करी सहाय,
आज गोविंद बचायौ।
बनी जान पै
खूब यार का सावन आयौ।
-भूपेन्द्र भरतपुरी
———————-
‘नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें
कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादलों पर रोक, इस डेट के बाद नहीं होंगे तबादले
जयपुर में आंखों में मिर्ची झोंककर 10 लाख कैश लूट ले गए बदमाश | आधा घंटे से कर रहे थे रैकी
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में Shootout, RPF जवान ने चलती ट्रेन में ASI सहित चार को गोलियों से भून डाला
राजस्थान पुलिस के बेड़े में बड़ा फेरबदल, 82 DSP के ट्रांसफर | यहां देखिए पूरी लिस्ट
टैक्स डिडक्शन क्लेम के लिए की ये गलती तो आ जाएगा नोटिस, ऐसे नजर रख रहा है Income Tax विभाग
