कीव
यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थिति बिगड़ती जा रही है। इस बीच वहां फंसे भारतीयों को सख्त एडवाइजरी जारी हुई है। इसमें कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को जल्द से जल्द छोड़ दें। कहा गया है कि कीव छोड़ने के लिए जो साधन उनको मिले उसे तुरंत पकड़कर वे वहां से निकल लें। इस बीच खार्किव में गोलीबारी में नवीन कुमार नाम के भारतीय छात्र की मौत हो गई है।
यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया है कि ट्रेन, या जो भी यातायात का साधन मिले उसे पकड़कर लोग कीव से आज ही निकल जाएं। बताया गया है कि रूस के हमले के छठवें दिन राजधानी कीव में आम नागरिकों पर खतरा गहरा गया है।
खार्किव में गोलीबारी में नवीन कुमार नाम के भारतीय छात्र की मौत हो गई है। 21 साल के नवीन कर्नाटक से थे और खार्किव नेशनल मेडिकल यूनिविर्सिटी में चौथे साल के मेडिकल छात्र थे। उनके दोस्तों ने बताया कि नवीन खाना लेने के लिए निकले थे, जब उन्हें गोली लगी। विदेश मंत्रालय ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की है।
मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया- हमें यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि खार्किव में गोलीबारी में एक भारतीय छात्र की जान चली गई है। मंत्रालय छात्र के परिवार से बातचीत कर रहा है। अरिंदम बागची ने आगे कहा- फॉरेन सेक्रेटरी रूस और यूक्रेन के एंबेसडर्स को कॉल करके खार्किव और दूसरे शहरों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकलने का रास्ता देने की मांग कर रहे हैं।
Advisory to Indians in Kyiv
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022
All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available.
कीव की तरफ तेजी से बढ़ रही रूसी सेना
रूसी सेना तेजी से कीव की तरफ बढ़ रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूस की तरफ से अब बेहद बड़ा मिलिट्री काफिला भेजा गया है। रूस का 40 मील (64 किलोमीटर) लंबा काफिला कीव की तरफ बढ़ रहा है। रूसी हमले के बाद से अबतक यूक्रेन की तरफ भेजा गया यह सबसे लंबा मिलिट्री काफिला है। इससे पहले तक भेजे गए रूसी काफिलों का साइज 3 मील तक रहा था। नीचे देखिए इस काफिले की सेटेलाइट तस्वीर :
यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय
यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे। इनमें से चार हजार से ज्यादा लोग वापस भारत आ चुके हैं, बाकियों को निकाला जा रहा है। मोदी सरकार ने इसके लिए ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है। ऑपरेशन गंगा की आठवीं फ्लाइट बुडापेस्ट (हंगरी) से दिल्ली के लिए मंगलवार को ही रवाना हुई है। इससे पहले आज यूक्रेन से एक फ्लाइट 182 भारतीय छात्र को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची है।
यूक्रेन भेजे जा सकते हैं वायुसेना के विमान
ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने का काम और तेजी से होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी इस ऑपरेशन से जुड़ने के लिए कहा है। वायु सेना के हवाई जहाजों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी, और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी। साथ ही साथ, भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी। भारतीय वायु सेना के कई C-17 विमान आज ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं।
इधर, दुनिया भर के कई देश यूक्रेन को मिलिट्री इक्विपमेंट भेजकर मदद कर रहे हैं। रूस ने इन देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन इक्विपमेंट का रूस के खिलाफ इस्तेमाल किया गया तो, इन्हें भेजने वाला देश जिम्मेदार होगा।
सैन्य टकराव के बीच इस संकट को हल करने की डिप्लोमैटिक कोशिशें भी जारी हैं। यूक्रेन संकट पर यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) ने इमरजेंसी डिबेट का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 29 और विपक्ष में 5 वोट पड़े। भारत समेत 13 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया। UNHRC में कुल 47 सदस्य हैं।
एक फैसला और अचानक मौन हो गई देश भर में स्थानीय रेडियो कार्यक्रम की आवाज़, सुर खामोश