सब जीव हमें सिखाते हैं,
प्रतिकूल परिस्थितियों से कैसे है बचना।
शांत दुबके रह कर सिखाते,
अनुकूल परिस्थितियों का इन्तजार करना।
विविध प्रयासों द्वारा सिखाते,
हर हाल में अपनी प्रजाति बचाना।
सीखो इन जीवों से हे मानव,
विकट काल गृहावास में बिताना।
समय की यही पुकार है,
गर मानव प्रजाति को सुरक्षित है रखना।
जीत कर जीवन की इस जंग को,
अनुकूल परिस्थितियों में फिर से मौज मनाना।
मधुर ताल मुरली की बजाना,
और गीत खुशियों के गाना।
( लेखिका राजकीय महाविद्यालय, नाथद्वारा में प्राणीशास्त्र की सह आचार्य हैं)