सच, हम नहीं भुला पाएंगे लता दीदी आपको, यह कहते हुए भारत रत्न, स्वर कोकिला लता मंगेशकर को आज करोड़ों लोगों ने अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी। लता को उनके भाई के बेटे आदिनाथ ने मुखाग्नि दी। कई दशकों से अपनी मधुर आवाज से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने 92 साल की उम्र में रविवार सुबह 8:12 मिनट पर अंतिम सांस ली थी। ब्रीच कैंडी अस्पताल के अनुसार लता दीदी का निधन मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ।
भाई हृदयनाथ और भतीजे आदित्य ने मुंबई के शिवाजी पार्क में शाम 7 बजकर 16 मिनट पर उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनकी बहनें उषा, आशा, मीना मौजूद थीं।
इससे पहले, सेना के जवान लता जी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर घर से बाहर लाए। इसके बाद आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और महाराष्ट्र पुलिस के जवानों ने उनकी अर्थी को कंधा दिया। उनका पार्थिव शरीर फूलों से सजे सेना के ट्रक में रखकर शिवाजी पार्क ले जाया गया। मुंबई के हजारों लोग लता ताई को अंतिम विदाई देने सड़कों पर उतर आए।
शिवाजी पार्क में पहले, तीनों सेनाओं ने स्वर कोकिला को अंतिम विदाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिवाजी पार्क पहुंचकर स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे वहां से रवाना हो गए। लता जी के अंतिम संस्कार में शरद पवार, उद्धव ठाकरे समेत कई राजनेता पहुंचे हैं।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, सचिन तेंदुलकर, शाहरुख खान, जावेद अख्तर आदि ने श्रद्धांजलि दी।
लता जी के निधन के बाद घोषित 2 दिन के राष्ट्रीय शोक के चलते राष्ट्रपति भवन और संसद भवन के राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया।
इस मौके पर हज़ारों चाहने वाले और लता दीदी के परिवार के सदस्य वहां पर मौजूद रहे. फिल्मी दुनिया से लेकर राजनीतिक और खेल जगत की हस्तियां भी लता के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं।