सचिन पायलट को लेकर बड़ी खबर, G-23 ने किया ये फैसला तो बढ़ गई राजनीतिक सरगर्मी

नई दिल्ली | नई हवा ब्यूरो 

राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। कांग्रेस के एक गुट जी-23 सदस्यों  (G-23) ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए सचिन पायलट का नाम आगे बढ़ाया है। सूत्रों ने ‘नई हवा’ को यह जानकारी दी।

आपको बता दें कि कांग्रेस के जी-23  (G-23) कांग्रेस नेताओं का वह समूह है जिसने अगस्त 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेटर लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में परिवर्तन की मांग की थी। अब हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद जी-23  (G-23) के नेता फिर एक्टिव हुए हैं और उन्होंने शुक्रवार देर रात एक मीटिंग कर पार्टी में नेतृत्व में बदलाव की मांग फिर उठा दी है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के घर हुई इस मीटिंग में कांग्रेस के स्थायी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर चर्चा हुई और जी-23 सदस्यों ने सचिन पायलट को कमान देने की मांग की। जी-23 सदस्यों ने कहा है कि पांच राज्यों में कांग्रेस के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद अब पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना जरूरी हो गया है। आपको बता दें चुनावों से पहले भी कई बैठकें कर जी-23 के सदस्य ये मांग उठा चुके हैं।

लेकिन अब पहली बार जी-23 सदस्यों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए सचिन पायलट के रूप में एक युवा और तेजतर्रार नेता का नाम आगे बढ़ाया है। राजनीतिक विश्लेषक भी अब यह मानते हैं कि अब पार्टी के नेतृत्व में बदलाव और किसी युवा को यह कमान सौंपने की जरूरत है। राहुल गांधी फ्लॉप साबित हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस में अगले दावेदार सचिन पायलट ही हो सकते हैं।

राहुल गांधी के मना करने पर जिन नेताओं की दावेदारी सबसे मजबूत होगी उनमें सचिन पायलट एक हो सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस के ज्यादातर नेता राहुल गांधी को ही फिर से अध्यक्ष बनाने की मांग करते रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से इतर होगा इसकी संभावना बहुत कम दिखती है। 

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार पायलट ग्रासरूट पर काम करने वाले नेता हैं। साथ ही उनमें दायित्व और लोगों को साथ चलने की योग्यता है। राजस्थान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पायलट ने कांग्रेस को मजबूत किया है। यह बात अलग है कि सत्ता के नजदीक आते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी पटरी आज तक नहीं बैठी। लिहाजा उनको गहलोत गट द्वारा हाशिए पर ला खड़ा कर दिया गया।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया। 2024 तक सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम प्रमुख बने रहने के लिए चुना गया था। इसके बाद भी कांग्रेस सभी राज्यों में बुरी तरह पिटी  है। पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह अपने दोनों सीटों पर हार गए। वहीं नवजोत सिंह सिद्दू, अमरिंदर कौर और हरीश रावत को भी करारी हार मिली।

आजाद बोले ‘मेरा द‍िल बैठा जा रहा है’
इस बीच कांग्रेस की करारी हार के बाद वर्किंग कमेटी के सदस्य और जी-23 के लीडर गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘मैं हैरान हूं, राज्य दर राज्य हमारी हार को देखकर मेरा दिल बैठा जा रहा है हमने पार्टी को अपना पूरी जवानी और जीवन दिया है मुझे यकीन है कि पार्टी का नेतृत्व उन सभी कमजोरियों और कमियों पर ध्यान देगा, जिनके बारे में मैं और मेरे सहयोगी काफी समय से बात कर रहे थे’ वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने नेतृत्व सुधार की बात कही