हजारों की मदद, लेकिन खुद कोरोना से जंग हार गए डॉ. केके अग्रवाल

नई दिल्ली 

देश के मशहूर  हार्ट स्पेशलिस्ट और इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) के पूर्व पद्मश्री डॉ. केके अग्रवाल आखिर कोरोना की जंग हार गए। उनका दिल्ली एम्स में निधन हो गयासंक्रमण गंभीर होने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था। डॉ. केके अग्रवाल ने खुद ही कुछ दिनों पहले अपने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी थी कि वह कोरोना संक्रमित हो गए हैं। डॉ. केके अग्रवाल के निधन की जानकारी उनके ट्विटर हैंडल से ही साझा की गई। उनके ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट में लिखा गया, ‘काफी दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि डॉ. केके अग्रवाल का 17 मई की रात 11.30 बजे के करीब कोरोना से लंबी लड़ाई लड़ते हुए निधन हो गया। उन्होंने कोरोना काल में हजारों लोगों की मदद की मरीजों का मुफ्त इलाज किया, लेकिन खुद कोरोना से जंग हार गएवह 62 साल के थे। उन्हें एक सप्ताह से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।

बहुत ही नेक दिल इंसान थे डा. अग्रवाल
कोरोना महामारी के समय हजारों मरीजों की अपनी सलाह से जान बचाने वाले डॉ. केके अग्रवाल बहुत ही नेक दिल इंसान थे कोरोना काल के दौरान उनकी नेकदिली सबने देखी। उन्होंने हजारों लोगों की संकट के दौरान मदद की। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का मुफ्त इलाज किया। कोरोना संकट काल में वह एक वॉरियर्स के तौर पर हमेशा डटे रहे, लेकिन उसी कोरोना से वह जिंदगी की जंग हार गए।

वीडियो के जरिए लोगों को करते थे जागरूक
डॉ. केके अग्रवाल ने कोरोना से जुड़े तमाम वीडियो के जरिए लगातार लोगों को जागरूक करने का काम किया। हाल ही में एक वीडियो शेयर किया था। इस क्लिप में उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि कोरोना का संक्रमण किन-किन लोगों को परेशान नहीं करता और किन्हें इसका सबसे ज्यादा खतरा है। डॉक्टर अग्रवाल एक हृदय रोग विशेषज्ञ और हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख भी थे। उन्हें 2005 में डॉ बीसी रॉय पुरस्कार और 2010 में पद्मश्री मिला था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली में की और नागपुर विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी। पिछले एक साल से, वह कोविड महामारी पर वीडियो पोस्ट कर रहे थे और बीमारी के विभिन्न पहलुओं और इसके प्रबंधन के बारे में बात कर रहे थे।




 

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