भरतपुर
भरतपुर शहर के बाजारों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही के दौरान वयापारी भड़क गए और पुलिस के साथ जमकर धक्का-मुक्की हुई। व्यापारियों का आरोप है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर उनके साथ ज्यादती की जा रही है। व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ साल में शहर में ट्रैफिक बहुत बढ़ गया है, उससे निपटने के लिए प्रशासन की ओर से नई व्यवस्थाएं तो की नहीं जा रहीं। इसके विपरीत व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने के नाम पर परेशान किया जा रहा है।
आज जब नगर निगम की टीम पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंची तो भरतपुर व्यापार महासंघ के जिला महामंत्री नरेंद्र गोयल के नेतृत्व में व्यापारी भिड़ गए और कार्रवाई का जमकर विरोध किया। पुलिस और व्यापारियों के बीच खूब खींचतान और धक्कामुक्की हुई। इस दौरान नगर निगम के आयुक्त सुभाष गोयल सहित नगर निगम की टीम और बड़ी संख्या में पुलिस तैनात था। सीओ सतीश वर्मा भी व्यापारियों से समझाइश करने पहुंचे तो व्यापारियों से उनकी भी खूब नोकझोंक और धक्का मुक्की हुई। इसके बाद जैसे-तैसे मामले को शांत करवाया गया।
भरतपुर जिला व्यापार महासंघ ने जताया रोष
इस बीच भरतपुर जिला व्यापार महासंघ ने शहर के मुख्य बाजारों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर गहरा रोष जताया है और कहा है कि महासंघ का प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही इस मामले को लेकर प्रशासन से मुलाकात कर वस्तु स्थिति से अवगत कराएगा। महासंघ ने जिला महामंत्री नरेंद्र गोयल के साथ पुलिस द्वारा की गई धक्कामुक्की की कड़ी निंदा की।
महासंघ के जिलाध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा कि व्यापार महासंघ कभी भी अतिक्रमण का पक्षधर नहीं रहा है। महासंघ समय-समय पर व्यापारियों से फुटपाथ पर अतिक्रमण न करने की अपील करता रहा है। परन्तु प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर व्यापारियों के साथ ज्यादती की जा रही है जिससे घर रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि व्यापार महासंघ शुरू से ही प्रशासन से मांग करता रहा है कि चौपहिया वाहनों को एक तय सीमा में ही बाजारों में प्रवेश देना चाहिए जो कि जाम लगने का मुख्य कारण है। बैटरी रिक्शों पर भी अंकुश लगना चाहिए। ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक लाइन में ही चलने के लिए पाबंद करना चाहिए। बाजार में लग रही ढकेलों के लिए एक अलग जगह निश्चित की जानी चाहिए।
महासंघ ने कहा कि बाजार में जगह-जगह दुकानों के आगे फैरोकवर टूटे पड़े हैं जिनमें आये दिन हादसे हो रहे हैं। इसके साथ ही टूटे फेरोकवर जाम की समस्या भी खड़ा कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन का इन्हें दुरुस्त करने की तरफ ध्यान नहीं है, इसके विपरीत व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।
पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं
महासंघ ने कहा कि प्रशासन की ओर से शहर में कहीं भी पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। महासंघ ने मांग की कि जगह जगह पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए और जाम वाले प्लाइन्ट पर ट्रैफिक पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही अतिक्रमण हटाने के लिए सामान की छीना झपटी न कर दुकानदार को समझाइस के बाद जुर्माने की व्यवस्था करनी चाहिए।
वाहन बढ़ गए व्यवस्थाएं पुरानी
व्यापार महासंघ ने कहा कि वक्त के साथ वाहनों की संख्या तो बढ़ रही है। परन्तु यातायात को नियंत्रित करने की कोई नई व्यवस्था बाजारों में नहीं की गई जिससे बाजारों में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। इन्हीं सब बातों को लेकर जब जिला महामंत्री नरेन्द्र गोयल ने एडीएम सिटी को यही बात समझाने का प्रयास किया तो पुलिस प्रशासन द्वारा बातचीत में व्यवधान पैदा कर बात करने से रोका और महामंत्री के साथ धक्कामुक्की की। जिस पर वहां उपस्थित व्यापारी आकोषित हो गये व नारेबाजी की। जिला महामंत्री की समझाइस के बाद मामला शांत हुआ और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण के नाम पर की जा रही कार्यवाही पूरी हुई।
जिला प्रवक्ता विपुल शर्मा ने बताया कि अतिशीघ्र ही व्यापार महासंघ की एक मीटिंग बुलाई जाएगी जिसमें इन बातों को लेकर निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन पहले भी व्यापारियों के साथ बातचीत कर प्रत्येक समस्या को हल करता रहा है व आगे भी व्यापारियों से बातचीत कर हर समस्या को हल करने का प्रयास करना चाहिए।
इधर नगर निगम के आयुक्त सुभाष गोयल ने बताया कि, शहर में सड़क पर अतिक्रमण की शिकायत आये दिन आम जन से प्राप्त हो रही थी। खासकर प्रसूता को ले जा रही एक एम्बुलेंस भी विगत दिन जाम में फंस गई थी। आज शांतिपूर्ण तरीके से अतिक्रमण को हटाने का प्रयास किया जा रहा था। लोगों से समझाइश भी की जा रही है और चेतावनी भी दी गई है कि फुटपाथ पर अगर कोई भी व्यापारी अतिक्रमण करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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