बजरंग दल पर झूठे आरोप लगाने से बाज आए गहलोत सरकार, माफी मांगे: विश्व हिन्दू परिषद | घटना की स्थितियों पर विहिप ने खड़े किए ये बड़े सवाल

भरतपुर 

हरियाणा के लोहारू में एक जली हुई बोलेरो गाड़ी में कुछ जले हुए नर कंकालों के मिलने के मामले में बजरंग दल का नाम घसीटने पर विश्व हिन्दू परिषद ने गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए तीखा हमला बोला है और कहा है कि सरकार बजरंग दल पर झूठे आरोप लगाने से बाज आए और अपनी गलत बयानी के लिए माफ़ी मांगे। विहिप ने कहा है कि ऐसी गलत बयानी सहन नहीं की जाएगी। विहिप ने शनिवार को इस मामले को लेकर भरतपुर में पत्रकार वार्ता की और बजरंग दल का नाम घसीटने पर कड़ा प्रतिवाद करने के संकेत दिए और कहा कि गहलोत सरकार हिन्दू विरोधी मानसिकता से बाहर आए अन्यथा विश्व हिन्दू परिषद न्यायालय में और सड़क पर संघर्ष करेगी।

विहिप के प्रांत अध्यक्ष प्यारेलाल मीणा ने पत्रकरों से बातचीत में कहा है कि हरियाणा के लोहारू में एक जली हुई बोलेरो गाड़ी में कुछ जले हुए नर कंकालों का मिलना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। आग किसी दुर्घटना में लगी है या किसी ने रंजिश वश लगाई है, अभी इस पर जांच होनी बाकी है। मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए। परन्तु  गहलोत सरकार की मंशा ऐसी नहीं दिखती क्योंकि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का कांग्रेस के एक प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने जो कि राजस्थान सरकार में एक मंत्री के पति हैं ने अपने राजनैतिक फायदे के लिए मृतकों के परिवार को सरकार से मुआवजा दिलवाने और एक व्यक्ति को नौकरी दिलवाने का वायदा कर मृतक के चचेरे भाई इस्माइल पुत्र खालिद निवासी पाटमीका पहाड़ी भरतपुर के साथ जाकर थाना गोपालगढ़ जिला भरतपुर में एक मनगढ़ंत एफआईआर दर्ज करवाई।

विहिप नेता ने कहा है कि एफआईआर में घटना कारित करने का अंदेशा जिन व्यक्तियों पर किया गया है यह गौरक्षा के लिए काम करने वाले चर्चित नाम हैं और गौतस्करी करने वालों के लिए बाधक थे। मृतक जुनेद और नासिर कई थानों में गौ तस्करी व अन्य अपराधों के लिए वांछित अपराधी हैं और फरार चल रहे थे। ऐसे गौ तस्कर के भाई द्वारा दर्ज एफआईआर में रक्षा के लिए काम कर रहे चर्चित नामों के बारे में संदेह व्यक्त किया गया है और उन्हें बजरंग दल का बताया गया है जो कि मिथ्या आरोप है। दुर्भाग्य से कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर इस कांड में बजरंग दल का नाम अनावश्यक रूप से लिया जा रहा है।

विहिप नेता प्यारे लाल मीना ने कहा कि मृतक जुनैद थाना नगर के आदेश क्रमांक 4716 4815 के द्वारा 4000 का घोषित फरार अपराधी है और थाना नगर, थाना पहाड़ी, थाना सीकरी जिला भरतपुर एवं थाना लक्ष्मणगढ (अलवर) में आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट एवं पशु क्रूरता स्वट में जुनैद पर कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें वह फरार है।

विहिप को इसलिए शक क्योंकि…
1. फिरोजपुर झिरका (हरियाणा) में चाय के होटल पर संयोग से मिले एक अनजान व्यक्ति से मारपीट की घटना सुनने के तुरन्त बाद ही इस्माइल ने अपने चचेरे भाइयों (मृतक जुनैद व नासिर को फोन लगाया? फोन बंद पाए  जाने पर परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को फोन करके फिरोजपुर झिरका (हरियाणा) बुला लिया? विहिप का सवाल था कि ऐसे में क्या इस्माइल को पहले से ही इस तरह की घटना होने का अंदेशा था?

2. पीरूका के जंगल में जिस स्थान पर इस्माइल ने टूटा हुआ शीशा पड़ा देखा वहां पर कुछ लोग मिले। वह लोग वहां  पर क्यों थे जिन्होंने मारपीट करने और अपहरण करने वालों को बजरंग दल का बताया और उनके नाम व पते भी बताए। विहिप ने पूछा है कि इतनी अहम जानकारी देने वाले चश्मदीद गवाहों के नाम इस्माइल ने एफआईआर में क्यों नहीं लिखवाए ? मारपीट करने और अपहरण करने वाले के नाम, पता और वह बजरंग दल के हैं यह अनजान भीड़ के लोगों कैसे मालूम था? जबकि वह लगभग 200 कि.मी. दूर के रहने वाले थे? विहिप ने मांग की कि इस तथ्य की जांच होनी चाहिए जबकि इस तथ्य की अनदेखी की जा रही है।

मृतक के भाई द्वारा लिए गए नाम पर ही पुलिस मान बैठी कि बजरंग दल लिप्त
विहिप नेता ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि राजस्थान पुलिस बिना प्रारंभिक जांच के ही यह मान बैठी है कि मृतक के भाई द्वारा लिए गए नाम ही इस घटना के लिए जिम्मेदार है। इस तरह के मामलों में राजस्थान सरकार की भूमिका वोट बैंक की राजनीति से हमेशा प्रभावित रही है, यह छबड़ा, करौली, अलवर, भीलवाड़ा, हनुमानगढ आदि मामलों में पहले भी सिद्ध हो चुका है। उन्होंने कहा कि एक राजनैतिक एजेंडे के तौर पर बजरंग दल का नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है, जिसे किसी भी तरह से उचित नहीं माना जा सकता।

सीबीआई से कराई जाए जांच
राजनैतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित राजस्थान सरकार ने न्याय की अपेक्षा नहीं की जा सकती। इसलिए इस मामले की सीबीआई जांच की जाए। और जांच पूरी होने तक किसी व्यक्ति को केवल इस आधार पर गिरफ्तार नहीं किया जाए कि उसका नाम गौ तस्कर के भाई ने लिया है। जांच पूरी होने पर दोषियों को कठोर सजा दी जाए। बजरंग दल का नाम अनावश्यक रूप से लेने पर  राजस्थान सरकार इस झूठे आरोप के लिए माफी मांगे।

मेवात क्षेत्र में गौ तस्करी और साइबर क्राइम बन चुका है बड़ा उद्योग
विहिप नेता प्यारेलाल मीना ने कहा कि राजस्थान के मेवात क्षेत्र में गौ तस्करी और साइबर क्राइम एक उद्योग का रूप लेता जा रहा है जिसमें अधिकतर एक धर्म विशेष के लोग ही लिप्त हैं; परन्तु तुष्टिकरण के कारण राजस्थान सरकार इन अपराधों को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठा रही है। विश्व हिन्दू परिषद ने मांग कि राजस्थान सरकार गौ तस्करी और साइबर क्राइम को रोकने के एक विशेष सैल गठित करे। और अपनी हिन्दू विरोधी मानसिकता से बाहर आए। अन्यथा न्यायालय में और सड़क पर संघर्ष करेगी।

प्रेस वार्ता में प्रान्त सेवा प्रमुख नरेश खंडेलवाल, प्रान्त सह धर्म प्रचार प्रमुख बहादुर सिंह, जिलाध्यक्ष लाखन सिंह पहलवान, विभाग मंत्री सिद्धार्थ फौजदार, जिला मंत्री श्याम सुन्दर गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश फौजदार, डीग जिलाध्यक्ष भूरी सिंह, जिला मंत्री विमलेश गुर्जर, विभाग सामाजिक समरसता प्रमुख रामअवध बघेल, प्रखंड अध्यक्ष कमल कपूर आदि मौजूद रहे।

नोट:अपने मोबाइल पर नई हवा’की खबरें नियमित प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें

IPL 2023 का शेड्यूल जारी, 31 मार्च से मचेगा धमाल, पहली भिड़ंत गुजरात और चेन्नई के बीच; 28 मई को होगा फाइनल

जिला जज की परीक्षा में बैठे 314 वकील, सभी हो गए फेल

वकील साहब! मेरी कोर्ट में ज्‍यादा स्मार्ट मत बनिये, आप मुसीबत में पड़ जाएंगे | सुप्रीम कोर्ट में जज ने क्यों लगाई लताड़; जानिए यहां

ऐसा शातिर चोर जो दो महीने तक जज की कुर्सी पर बैठकर सुनाता रहा फैसला। आप भी जानिए इसका दिलचस्प किस्सा, रह जाएंगे दंग

अब बत्तीसी नहीं अट्ठाईसी बोलिए, घट रहे हैं दांत और गायब हो रही है अक्ल दाढ़ | एक स्टडी में खुलासा

7th Pay Commission: कर्मचारियों के लिए एक और अच्छी खबर, जारी हुए AICPI के ताजा आंकड़े, अब इतना बढ़ जाएगा DA