जयपुर
राजस्थान सरकार प्रदेश में जनता को एक बड़ी राहत देते हुए E Mitra At Home योजना शुरू करने जा रही है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत अभी इस योजना को एक जनवरी से जयपुर और जोधपुर में शुरू किया जा रहा है। इसके बाद बाकी जिलों में भी इसे शुरू किया जाएगा। इस योजना के तहत घर बैठे 32 दस्तावेज मिल सकेंगे। इन दस्तावेजों को तैयार करवाने में ई-सहायक लोगों की मदद करेगा। आम जनता घर बैठे ही आवेदन कर सकेगी। यानी ई सहायक ही आवेदक को दस्तावेजों के बारे में बताएगा। ई सहायक ही घर आकर सभी प्रक्रिया पूर्ण करेगा। इसके लिए आवेदनकर्ता अपनी पसंद से टाइम स्लॉट तय कर सकेगा।
आपको बता दें कि ई मित्र एट होम के तहत 32 अतिरिक्त सेवाएं शुरू करने की योजना का जिक्र मुख्यमंत्री ने बजट 2020-21 में किया था। योजना के तहत राजस्थान के नागरिकों के लिए विभिन्न सरकारी सेवाओं को घर से ही आवेदन कर उसके घर पर ही ई मित्र की सेवाओं को पहुंचाया जाना सुनिश्चित किया गया है। ई-मित्र एट होम सेवा का लोकार्पण मुख्यमंत्री ने 19 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया था। जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह रजिस्ट्रेशन, जाति एवं मूल निवास प्रमाण पत्र के आवेदन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग द्वारा विकसित गया था। लेकिन अब 32 तरह के दस्तावेज घर बैठे मिल सकेंगे।
पहले चरण की शुरुआत जयपुर-जोधपुर से
प्रथम चरण में E Mitra At Home सेवा की शुरुआत जयपुर एवं जोधपुर के शहरी क्षेत्रों से की जा रही है। ई-मित्र एट होम अंतर्गत उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं में वृद्धि करते हुए 1 जनवरी से 32 अन्य सेवाओं के आवेदन भी जयपुर एवं जोधपुर शहरों के निवासियों को उनके घर बैठे ही ई-मित्र एट होम के माध्यम से उपलब्ध होने लगेंगी।
घर बैठे मिलेंगे ये दस्तावेज
- जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र
विवाह रजिस्ट्रेशन - जाति एवं मूल निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड संबंधी आवेदन
- बिजनेस रजिस्टर
- रोजगार विभाग
- जन आधार संबंधी आवेदन
- सूचना का अधिकार से संबंधी आवेदन
- पुलिस वेरीफिकेशन
- चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना
- EWS प्रमाण पत्र
- कृषि विभाग संबंधी
- छात्रवृत्ति पालनहार
- दिव्यांग प्रमाण पत्र
- पेंशन संबंधी
- आरटीओ विभाग से संबंधी
- राजस्व विभाग की सीमाज्ञान संबंधी
- श्रम विभाग संबंधी
- नवीन विद्युत संबंध आदि
टोल फ्री नंबर पर कॉल करना होगा
सूचना विभाग के उपनिदेशक रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि आवेदक को पहले टोल फ्री नंबर 1800 180 6127 पर कॉल करना होगा और ई सहायक को आवेदन के बारे में जानकारी हो देनी होगी। ई सहायक आवेदक को दस्तावेजों के बारे में बताएगा। ई सहायक उसके घर जाएगा और सेवा के लिए आवेदन करेगा। आवेदन करने के बाद आवेदक को टोकन नंबर दिया जाएगा और जब वह प्रमाण पत्र बन जाएगा तो उसकी कॉपी भी ई सहायक आवेदक के घर पहुंचाएगा। इसके लिए आवेदक को निर्धारित शुल्क के अलावा 73 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
ये है पूरी प्रक्रिया
- प्रार्थी का टेाल फ्री नम्बर 180018106127 पर कॉल करना होगा।
- इसके बाद की सेवा लेने के लिए फोन की पेड से 1 दबाना होगा।
- 1 दबाने के बाद प्रार्थी को चयनित सेवा के लिए आवश्यक सूचना, दस्तावेज एंव आवेदन के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की जाएगी।
- इस सूचना एवं दस्तावेजों की उपलब्धता एवं पात्रता के होने पर प्रार्थी को रिक्त टाईम स्लॉट के बारे में जानकारी दी जाएगी
- प्रार्थी के समयानुसार आवेदन का टाईम स्लॉट बुक कर दिया जाएगा।
- टाइम स्लॉट बुक होते ही प्रार्थी के पास मोबाइल पर एक वेरिफिकेशन कोड भेजा जाएगा, जिसे प्रार्थी द्वारा आवेदन के लिए घर आए ई सहायक को बताना होगा। जिससे ई सहायक की पुष्टि हो सके।
- रजिस्टर्ड कॉल को विभाग द्वारा चयनित ई सहायक को आवंटित की जाएगी।
- इसके बाद ई सहायक द्वारा तय समय से दो घंटे पूर्व प्रार्थी को कॉल करके उसके घर पर होने की पुष्टि करके ही प्रार्थी के घर जाएगा
- प्रार्थी द्वारा घर पर नहीं होने पर प्रार्थी द्वारा पुनः टाइम स्लॉट में संशोधन के लिए आवेदन किया जाएगा।
- ई सहायक को प्रार्थी द्वारा रजिस्टर्ड कॉल में बताए गए मोबाइल नम्बर से वेरीफिकेशन कोड बताया जाएगा, जो प्रार्थी द्वारा कॉल रजिस्टर करने पर उपलब्ध करवाया जाएगा। जिससे वैध प्रार्थी को पहचाना जा सके।
ई सहायक आवेदन फार्म भरने में करेगा सहयोग
ई-सहायक द्वारा प्रार्थी से आवेदन फार्म भरने एवं आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करने के लिए पूर्ण सहायता की जाएगी। ई सहायक को प्रदान की गई पॉश मशीन के माध्यम से आवेदन फार्म भरके, आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड किया जाएगा।
- ईमित्र कियोस्क की सहायता से ई सहायक द्वारा स्कैंनड दस्तावेजों को ईमित्र एट होम पोर्टल से ईमित्र पोर्टल अपलोड कर आवेदन किया जाएगा।
- आवेदित दस्तावेजों को वरीयता के साथ संबंधित अधिकारी एसडीएम, तहसीलदार को फारवर्ड कर दिया जाएगा व संबंधित अधिकारी द्वारा उस आवेदन की जांच कर एप्रुव किया जाएगा।
- एप्रुव होने के बाद राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 20 रुपए लेकर प्रिटेंड स्टेशनरी पर आवेदित प्रमाण पत्र ई सहायक द्वारा प्रिंट कर प्रार्थी तक पहुंचाया जाएगा व डोर स्टेप डिलीवरी के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित ईमित्र एट होम शुल्क 73 रूपए प्राप्त कर प्रार्थी को रसीद दी जाएगी।
क्या आपने ये खबरें भी पढ़ीं?
- भूस्खलन ने निगल ली बस, बिलासपुर में मौत का पहाड़ | 18 शव बरामद, कई अब भी फंसे
- भरतपुर: रामेश्वरी देवी कन्या महाविद्यालय में जीएसटी रिफॉर्म्स पर व्याख्यान, छात्राओं को मिली महत्वपूर्ण जानकारी
- तनावमुक्त जीवन का मंत्र: योग और ध्यान से मिला सुकून | लायंस क्लब भरतपुर कोहिनूर का सेवाकुंर सप्ताह में चौथा दिन स्वास्थ्य को रहा समर्पित
- कमाई से ज्यादा समझ जरूरी | जयपुर में सेबी ने सिखाया ‘स्मार्ट इन्वेस्टमेंट’ का मंत्र
- गांव में मेड़बंदी का काम, दफ्तर में घूसखोरी का खेल | पंचायत समिति का जेटीए रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा
- ADGP ने साउंडप्रूफ बेसमेंट में खुद को मारी गोली | IAS पत्नी विदेश दौरे पर, घर में तैनात गार्ड्स को भेजा बाहर — रहस्य ने पुलिस को झकझोरा
- इस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु पर गिरी गाज,अपने अधिकारों एवं क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर कर रहे थे काम, राजयपाल ने किया निलंबित
- लायंस क्लब भरतपुर कोहिनूर ने मनाया सेवा सप्ताह | कैंसर और डायबिटीज पर दो सत्रों में जागरूकता बढ़ाई
- आख़िर रात 3 बजे क्या देखा सीएम ने SMS अस्पताल में? कौन है इस आग का असली गुनहगार? | SMS हॉस्पिटल में ताबड़तोड़ एक्शन, डॉक्टर से इंजीनियर तक हटा दिए गए
- जब शरीर ने सीखा ‘सहन करना’ | इम्यून सिस्टम की रहस्यमयी ताकत समझाने वालों को मिला नोबेल, बदल दिया मेडिकल साइंस का चेहरा