UP में धड़कन रोक देने वाला हादसा: हल्दी की रस्म के दौरान कुएं में गिरी महिलाएं, 13 की मौत, मृतकों  में 10 बेटियां, जानें कैसे हुआ हादसा

कुशीनगर 

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में से एक दिल दहला देने वाली खबर आ रही है। बुधवार देर रात बेटे की हल्दी की रस्म के दौरान कुएं का स्लैब टूट गया। इससे कुएं पर पूजन के लिए जमा हुई महिलाएं और बच्चियां उसमें समा गईं। इससे 13 जनों की मौत हो गई। इनमें एक डेढ़ साल का बच्चा, दस बच्चियां और दो महिलाएं शामिल हैं। करीब 25-30 महिलाएं घायल हुई हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के दौरान 15-20 मिनट तक चीख पुकार और हाहाकार मचा रहा। घुप अंधेरे के कारण किसी को कुछ सूझ ही नहीं रहा था कि अचानक हुआ क्या?

मंजर देख हर किसी का दहल गया दिल
अस्पताल में जो मंजर था, वह धड़कन रोक देने वाला था। एक साथ 13 लाशें देखकर ऐसी चीख पुकार मची कि अच्छे अच्छे खुद को न संभाल पाएं। जिला अस्पताल में जब पहले 13 लोगों को लेकर एंबुलेंस पहुंची तो वहां एंबुलेंस के पीछे-पीछे पूरा गांव पहुंच गया। हर कोई डॉक्टरों को घेरे था, सब बदहवास से थे। PM मोदी ने भी कुशीनगर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हादसा हृदयविदारक है। CM योगी ने भी हादसे पर दुख जताया है। प्रशासन ने मृतकों के परिजन को 4 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है।

हादसे के दौरान अंधेरा होने के कारण प्रशासन को रेस्क्यू करने में काफी परेशानी हुई। सूचना के करीब एक घंटे देर से प्रशासन पहुंचा।  गोताखोरों को बुलाया गया। तब तक चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मोबाइल की रोशनी में रेस्क्यू का प्रयास करने लगे। उनको भी अंधेरे के कारण कठिनाई हो रही थी। इस कारण मृतकों की संख्या बढ़ती गई। कुएं की गहराई भी बहुत थी जिसमें करीब दस फ़ीट पानी भरा था।

वह कुआं जिसमें हुआ हादसा

ऐसे हुई घटना
जानकारी के अनुसार कुशीनगर में नौरंगिया स्कूल टोला के रहने वाले परमेश्वर कुशवाहा के बेटे की हल्दी रस्म के लिए 50-60 महिलाएं और लड़कियां गांव के बीच में बने पुराने कुएं के पास पहुंची थीं। कुएं पर स्लैब बना था। कुएं पर ढक्कन रखा गया था। पूजा के दौरान महिलाएं स्लैब पर चढ़ गईं। एक साथ महिलाएं स्लैब पर चढ़ीं तो जर्जर स्लैब अचानक टूट गया। इससे उस पर खड़ी महिलाएं और बच्चियां कुएं में गिर गईं और डूबने लगीं। जब घटना हुई तब वहां ज्यादातर महिलाएं थीं। अंधेरा भी था। ऐसे में चीख-पुकार मच गई। गांव के पुरुष जब तक दौड़कर पहुंचे। तब तक काफी देर हो चुकी थी।  पुलिस ने बताया कि सभी घायलों को कुएं से निकालकर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया। सभी की मौत डूबने से होने की आशंका जताई जा रही है। हादसे में मृत बच्चियों की उम्र 5 से 15 साल के बीच है।

कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ
पूजा करने गई महिलाओं ने बताया कि क्या हुआ किसी को कुछ समझ ही नहीं आया। पूजा के दौरान अचानक तेज आवाज आई और बच्चियां और महिलाएं गिरने लगी। बच्चियों ने एक-दूसरे को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन अंधेरा होने के कारण किसी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। हादसे के बाद 15-20 मिनट तक तो सिर्फ चीखें थीं। सब डर गए थे।

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