जयपुर
राजस्थान में ACB की टीम ने बुधवार को PNB के एक ब्रांच मैनेजर और क्लर्क को मुद्रा लोन खातों को बंद करने के बाद NOC जारी करने की एवज में घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी दोनों आरोपियों के आवास पर भी सर्च की कार्रवाई कर रही है।
ट्रैप की यह कार्रवाई एसीबी की जयपुर स्पेशल यूनिट द्वितीय ने सीकर जिले के अजीतगढ़ कस्बे के हरदास का बास गांव में (PNB branch manager and clerk arrested) की। गिरफ्तार ब्रांच मैनेजर का नाम जयपुर के कोटपूतली निवासी विजय मीणा और क्लर्क का नाम हनुमानगढ़ के रावतसर निवासी मयंक गौड़ है।
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि परिवादी सागरमल सोनी ने एसीबी मुख्यालय में उपस्थित होकर शिकायत दी थी कि PNB की हरदास का बास शाखा के ब्रांच मैनेजर विजय सिंह मीणा और क्लर्क मयंक गौड़ की ओर से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। इस शिकायत का सत्यापन किया गया और सत्यापन के बाद ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए रिश्वतखोर ब्रांच मैनेजर व लिपिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
एनओसी जारी करने की एवज में मांगी रिश्वत
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि परिवादी के मुद्रा लोन खातों को बंद करने के बाद एनओसी जारी करने की एवज में ब्रांच मैनेजर और लिपिक की ओर से प्रति खाता 10 हजार रुपए के हिसाब से 20 हजार की रिश्वत मांगी गई थी। इसके बाद समझौता 5 हजार रुपए में तय हुआ, जिसके बाद एसीबी टीम ने रिश्वतखोर ब्रांच मैनेजर और लिपिक को रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पति- पत्नी ने लिया था एक लाख का लोन
ACB के एएसपी राठौड़ ने बताया कि परिवादी हरदास का बास निवासी सागर मल सोनी ने पत्नी के साथ PNB से 50-50 हजार रुपए का मुद्रा लोन लिया था। जिसकी जनवरी महीने से किश्त बकाया हो गई। इसे लेकर बैंक ने दबाव बनाया तो अगस्त महीने में उसका 38 हजार रुपए चुकाने का समझौता हो गया। पर बैंक मैनेजर ने खाता खोलने व एनओसी देने के लिए उससे रिश्वत की मांग कर ली।
पहले एक हजार मांगे फिर 20 हजार तकपहुंच गई डिमांड
एएसपी ने अनुसार बैंक मैनेजर ने एनओसी की एवज में पहले सागरमल से एक हजार रुपए की मांग की। दुबारा बैंक जाने पर दो लोन की 10-10 यानी 20 हजार रुपए की मांग की गई। ऐसे में तंग आकर परिवादी सागरमल ने इसकी शिकायत जयपुर एसीबी में कर दी। जिसका एसीबी ने सोमवार को सत्यापन करवाया तो उसमें सौदा पांच हजार रुपये में तय हुआ। इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
राजस्थान में प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और व्याख्याताओं के बम्पर तबादले, अब शुरू हुआ ये खेल
रेलवे ने की 20 DRM अफसरों की नियुक्ति, जानिए किसको कहां लगाया | आधा दर्जन GM की भी नियुक्त शीघ्र
प्रोसिक्यूटर के पदों के लिए निकली भर्ती, 13 अक्टूबर तक करें अप्लाई