राजस्थान में 14 जगहों पर ACB की ताबड़तोड़ कार्रवाई, तीन अफसरों के मिली करोड़ों की दौलत

जयपुर 

आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 22 जून को  जयपुर, जोधपुर और चित्तौड़गढ़ में 3 अफसरों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापामार कार्रवाई की। इस दौरान तीनों ही अफसरों के यहां करोड़ों की दौलत मिली। दबिश से पहले तीनों अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति का मामला भी दर्ज किया।तीनों अफसरों के घरों से सर्च कार्रवाई में कीमती संपत्ति का हिसाब-किताब और दस्तावेज बरामद हुए हैं। एसीबी की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया।

पहली कार्रवाई जयपुर में जेडीए (जयपुर विकास प्राधिकरण) में एक्सईएन निर्मल गोयल के आवास और ऑफिस में की गई। दूसरी कार्रवाई जोधपुर में सूरसागर के थाना प्रभारी प्रदीप कुमार शर्मा के आवास और अन्य ठिकानों पर की गई। तीसरी कार्रवाई चित्तौड़गढ़ में जिला परिवहन अधिकारी मनीष कुमार शर्मा के छह ठिकानों पर की गई। यह आकस्मिक कार्रवाई एसीबी मुख्यालय जयपुर की इंटेलिजेंस शाखा की गोपनीय सूचना के आधार पर डीजी बीएल सोनी के निर्देश पर की गई।

एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि एसीबी की यह कार्रवाई जयपुर में जेडीए के अधिशासी  अभियन्ता (XEN) निर्मल कुमार गोयल के 4 ठिकानों पर, चित्तौडग़ढ़ के परिवहन अधिकारी मनीष कुमार शर्मा के 6 ठिकानों पर और जोधपुर में सूरसागर एसएचओ प्रदीप कुमार शर्मा के 4 ठिकानों पर गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे एक साथ की। कार्रवाई में एसीबी को भारी मात्रा में सम्पत्ति की जानकारी भी मिली है।

एक्सईएन निर्मल कुमार गोयल के यहां वैध आय से 1450 प्रतिशत अधिक, परिवहन अधिकारी मनीष कुमार शर्मा के पास 232 प्रतिशत अधिक और थानाधिकारी के पास वैध सम्पत्ति से 333 प्रतिशत अधिक सम्पत्ति होने का अनुमान है। एसीबी ने बड़ी मात्रा में नकदी, गहने, दस्तावेज सहित अन्य सामान जब्त किया है। एसीबी की सर्च की कार्रवाई रात तक जारी थी। सूत्रों के मुताबिक, एसीबी करीब एक वर्ष से तीनों अधिकारियों की सम्पत्ति की जानकारी जुटा रही थी।

XEN निर्मल गोयल, थाना प्रभारी प्रदीप कुमार शर्मा, DTO मनीष कुमार शर्मा

एक्सईएन : 6 करोड़ का निवेश, मर्सडीज कार, फार्म हाउस और जेवरात मिले
डीजी बीएल सोनी ने बताया कि जेडीए में मानसरोवर जोन के एक्सईएन निर्मल कुमार गोयल के द्वारा सेवाकाल में खर्च व परिसम्पतियों पर करीब 6 करोड़ का निवेश करना पाया गया है, जो कि उनकी वैध आय का लगभग 1450 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है।

एक्सईएन गोयल के मानसरोवर मध्यम मार्ग आवास पर विदेशी व महंगी शराब की 23 बोतलें, विदेशी मुद्रा में 2 हजार डॉलर व 245 यूरो, 2 लाख 27 हजार 790 रुपए, दो कार, 1100 वर्गगज कुल 2 निर्माणाधीन प्लॉट सुमेर नगर (जयपुर), डीग में एक हवेली के कागजात, दो लॉकर की चाबी, 318 ग्राम सोना व 3.5 किलोग्राम चांदी और अन्य प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं।

मानसरोवर में ही स्थित दूसरे निवास पर तलाशी में एक कार, 1.60 लाख रुपए, 323.8 ग्राम सोना व 4 किलो 400 ग्राम चांदी, एक लॉकर की चाबी। मानसरोवर जयपुर स्थित फार्म हाउस से एक मर्सिडीज कार, एक बोलेरो कैम्पर, भव्य फार्म हाउस सुख सुविधाओं युक्त मय लक्जरी आवास, विदेशी शराब की खाली बोतलें व महंगे पेड़-पौधे मिले। चौथी टीम को जेडीए जयपुर कार्यालय से हिसाब-किताब की डायरियां मिली है।

जिला परिवाहन अधिकारी : 1.84 करोड़ रुपए निवेश करना पाया
चितौडगढ़ के जिला परिवहन अधिकारी मनीष कुमार शर्मा के जयपुर, चित्तौडगढ़, उदयपुर व जोधपुर में 6 ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई चल रही है। मनीष कुमार शर्मा के अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पत्तियों पर 1.84 करोड़ रुपए का निवेश करना पाया गया है, जो उनकी वैध आय से 232 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है।

एसीबी की पहली टीम को चितौडगढ स्थित फ्लैट की तलाशी में 99 हजार 500 रुपए, महंगी बाईक, एक कार, विदेश यात्राओं से संबंधित दस्तावेज, लैपटॉप, कैमरा, एप्पल फोन व अन्य सामान मिला है। दूसरी टीम को जोधपुर स्थित आवास व तीसरी टीम बाडमेर स्थित ट्रेवल्स एजेन्सी की तलाशी ले रही है। जयपुर व उदयपुर स्थित एक फ्लेट को सील किया गया है।

पुलिस निरीक्षक : 4.43 करोड़ का निवेश करना पाया गया
जोधपुर आयुक्तालय के थाना सूरसागर के पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा के जोधपुर, भोपालगढ़ व बीकानेर स्थित चार स्थानों पर सर्च की कार्रवाई की गई। पुलिस निरीक्षक प्रदीप द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पत्तियों पर लगभग 4.43 करोड़ का निवेश करना पाया गया है, जो उनकी वैध आय का 333 प्रतिशत अधिक है।

ब्यूरो की तीन टीमों की ओर से प्रदीप के चार ठिकानों की तलाशी ली। जोधपुर स्थित निवास पर सर्च जारी है। यहां पर क्रेशर के लिए जमीन खरीदने का इकरारनामा की प्रति मिली। दूसरी टीम को प्राईवेट स्कूल भोपालगढ जोधपुर से 10 बीघा परिसर में स्कूल, स्कूल में 3 बस, लगभग 22 हजार वर्गफुट का निर्माण व फर्नीचर मिला। तीसरी टीम ने बीकानेर निवास बंद मिलने पर उसे सील कर दिया




 

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