लिक्विडेटर हटाकर प्रशासक की देखरेख में आदर्श क्रेडिट सोसायटी को पुनः संचालित किया जाए

कोटा 

करोड़ों के घोटाले के शिकार हुए आदर्श क्रेडिट सोसायटी के निवेशकों ने कोटा आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को अपनी व्यथा सुनाई और एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि संस्था से लिक्विडेटर हटाकर, प्रशासक की देखरेख में संस्था को पुनः पूर्व की तरह चलवाया जाए। इस दौरान ओम बिड़ला ने निवेशकों से कहा कि आदर्श का पूरा मैटर उनके संज्ञान में है। वे समस्या के समाधान की पूरी कोशिश करेंगे।

ज्ञापन में में निवेशकों ने बताया कि आदर्श क्रेडिट सोसाइटी की देशभर में 810 शाखाओं में 21 लाख से अधिक लोग अपनी जमा पूंजी लगी हुई है और तथा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोग अपना रोजगार खो बैठे हैंl आदर्श क्रेडिट को सोसाइटी कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय से रजिस्टर्ड, मान्यता प्राप्त है, इसमें अधिकांश सदस्य कृषि, मजदूरी, छोटे- छोटे व्यवसाई एवं सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक एवं महिलाएं हैं। ज्ञापन में बताया गया कि लोकसभा सत्र के अंतिम दिनसांसद देवजी पटेल ने भी पूरा प्रकरण सदन में रखा है। ज्ञापन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से आग्रह किया गया कि वह स्वयं अपने स्तर पर सभी संबंधित एजेंसियों में तालमेल बिठवाकर समस्या निवारण करवाएं।

ज्ञापन में बताया गया कि यह पूरा प्रकरण 2 साल से भी अधिक समय से संबंधित विभाग, कृषि, गृह, एवं वित्त मंत्रालय के बीच झूल रहा है फिर भी कोई सकारात्मक समाधान आज तक नहीं हुआ हैl  350 से अधिक सदस्य धनाभाव व तनाव के कारण दिवंगत हो चुके हैं। ज्ञापन में बताया गया कि संस्था में अनियमितताएं/ घोटाला हुआ है तो इस संस्था के सभी संचालक मंडल, मुकेश मोदी परिवार की संपति, उनके बैंक खाते सभी कुछ सरकार के कब्जे / कस्टेडी में 2 साल से है आज तक न तो चार्जसीट पेश हुई, न इनकी जमानत हुई है लिक्विडेटर भी 31 माह से संपत्तियां NCLT द्वारा सीज होने के कारण कुछ भी नहीं कर पा रहे। निवेशक, एडवाइजर लोग आज भी अपनी जमा पूंजी तथा नौकरी / रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं।

ज्ञापन देने वालों में छीतरमल वर्मा, हरीश शर्मा, जगदीश पारीक, मोहन, मुरारी सोनी, विजेश विजय वर्गीय शामिल थे। पूर्व महापौर महेश विजय ने निवेशकों से कहा कि अगर आदर्श का मैटर जल्दी हल नहीं होता है तो वे भी दिल्ली संबंधित एजेंसियों को ज्ञापन प्रतिवेदन देने के लिए चलने को तैयार है।




 

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