भोपाल
बैंक ऑफ बड़ौदा में 175 करोड़ का एक लोन घोटाला सामने आया है। एक कोयला कारोबारी ने बैंक को यह चपत लगाईं है। बैंक की शिकायत पर सीबीआई (CBI) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घोटाला 2010 और 2014 के बीच का है। घोटाला मुंबई के कुख्यात हीरा कारोबारी नीरव मोदी व मेहुल चौकसी की तरह का है।
यह लोन घोटाला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) की बैंक ऑफ बडौदा (Bank of Baroda) है। बैंक ने शहर के कोयला कारोबारी अनिल जैन व उसके परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। सीबीआई ने जैन और उसके 6 पार्टनरों को भी आरोपी बनाया है। बैंक का कहना है कि है अनिल जैन ने बैंक से 90 से 180 दिन की लाइन ऑफ क्रेडिट लेकर 175 करोड़ रु. का लोन लिया। उसे लोन 2014 में मिला था, जो 180 दिन की तय सीमा में लौटाना था, लेकिन जैन ने आज तक पैसा नहीं लौटाया।
बैंक की शिकायत के अनुसार जैन की कंपनी कोयले की ट्रेडिंग से जुड़ी थी। उसने कोयला खरीदी के नाम पर सबसे पहले 2010 में तीन अलग-अलग तरह की लाइन ऑफ क्रेडिट लिमिट लेकर 80 करोड़ रु. लोन लिया था। फिर 2014 में लिमिट बढ़वाकर 175 करोड़ कर लिया। उसने इस लोन को विदेशों तक भेजा। 2017 के बाद जैन ने क्रेडिट लिमिट में मिला पैसा डायवर्ट करना शुरू कर दिया। एक विदेशी कंपनी के अवनी रिसोर्स के नाम 28.50 करोड़ रुपए का फॉरेन क्रेडिट लेटर जारी करवाया, लेकिन वहां से जो कोयला आयात करना बताया गया, वह कभी आया ही नहीं।
अपनी निजी उधारी भी चुका दी
जैन ने फर्जी कस्टम क्लीयरेंस और दूसरे बिल बनवाए। जैन ने निखिल मर्चेंटाइल, श्याम और शिवम कोल ब्लॉक जैसी दर्जनों कंपनियों से बड़े पैमाने पर कोयला मंगाना और पेमेंट करना बताया, लेकिन बैंक ने जब जांच की तो पता चला कि ये सारी आपूर्ति हुई ही नहीं या जितनी हुई उससे कहीं गुना अधिक बताई गई। इस बीच जैन ने क्रेडिट लिमिट से मिले पैसे अपने आईडीबीआई बैंक के खाते में जमा कराकर 30 करोड़ रुपए की निजी उधारी चुका दी। जबकि वास्तव में यह पैसा बैंक ऑफ बड़ौदा की क्रेडिट लिमिट को चुकाने में उपयोग करना था।
112 करोड़ का नुकसान दिखा दिया
जैन ने लोन के लिए बड़े पैमाने पर अलग- अलग शहरों में फैली कोल कंपनियों से कोयला मंगाने के फर्जी बिल पेश किए थे।कंपनी में सब ठीक है, यह दर्शाने के लिए उसने फर्जी ऑडिट रिपोर्ट बनाकर 4 करोड़ का मुनाफा बताया, लेकिन फौरन बाद दूसरी ऑडिट रिपोर्ट पेश करके उसने 112 करोड़ का नुकसान दिखा दिया।
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