Research Paper Writing Competition
शिक्षक समुदाय को कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों से उभरे विचारों को व्यक्त करने का अवसर
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ओर से भारत के शिक्षण समुदाय में कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद उत्पन्न सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों से उभरे अपने विचारों को व्यक्त करने का अवसर प्रदान करने के लिए अखिल भारतीय शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता का परिणाम 31 जुलाई, 2021 तक घोषित किया जाएगा। प्रतियोगिता की प्रविष्टियां 31 मई, 2021 तक https://abrsm.in पर अपलोड करनी होगी।
दो स्तरों के लिए होगी प्रतियोगिता
शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता स्कूल और विश्वविद्यालय व कॉलेज दो स्तर के शिक्षकों के लिए होगी। शिक्षक केवल अपनी संबंधित श्रेणी से विषय को चुन पाएंगे। प्रतिभागियों की सुविधा के अनुसार शोध पत्र हिंदी, अंग्रेजी या किसी भी क्षेत्रीय भाषा में लिखा जा सकता है।
स्कूल स्तर के प्रतिभागियों के लिए शोध पत्र के चार विषय होंगे। इनमें शिक्षा के माध्यम से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ाना, ‘ऑनलाइन शिक्षा की प्रभावशीलता’, बच्चों का समग्र विकास : मातृभाषा की भूमिका और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन : एक अवसर होंगे।
कॉलेज या विश्वविद्यालय स्तर के प्रतिभागियों के लिए भी शोध पत्र के चार विषय आत्मनिर्भर भारत : अवसर और चुनौतियां, लोकतंत्र में सोशल मीडिया की भूमिका, शिक्षा के माध्यम से विकास, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन : अवसर और चुनौतियां होंगे।
प्रतियोगिता में ऐसे ले सकते हैं हिस्सा
स्कूल, विश्वविद्यालय और कॉलेज के सभी शिक्षकों को 100 रुपए की टोकन राशि का भुगतान करके ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। दिए गए विषयों में से अपनी रुचि के किसी भी एक विषय का चयन अपनी श्रेणी के अंतर्गत करें और हिंदी या अंग्रेजी या अपनी क्षेत्रीय भाषा में शोध पत्र लिखें।
शोध पत्र के लिए शब्द सीमा 3000 से 5000 शब्द है। शोध पत्र मौलिक होना चाहिए और प्रकाशन या मूल्यांकन के लिए किसी अन्य स्थान पर प्रस्तुत नहीं किया जाना चाहिए। शोध पत्र में उपयोग किए गए डेटा या उद्धरण के लिए उचित संदर्भ देना होगा। अपना पंजीकरण नंबर अपने शोध पत्र के पहले पृष्ठ के दाहिने कोने के शीर्ष पर लिखें। शोध पत्र की सॉफ्ट कॉपी ( पीडीएफ ) 31 मई, 2021 तक वेबसाइट https://abrsm.in पर अपलोड करनी होगी।

मूल्यांकन और चयन प्रक्रिया
पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ शोध पत्रों का चयन दो चरणों में किया जाएगा। राज्य स्तर पर प्रारंभिक चरण और केंद्रीय स्तर पर अंतिम चरण। राज्य स्तर पर गठित स्क्रीनिंग समिति सभी प्रस्तुत शोध पत्रों का मूल्यांकन करेगी और प्रत्येक श्रेणी में शीर्ष 10 प्रतिशत शोध पत्रों की पहचान करेगी और उन्हें अंतिम चयन के लिए केंद्रीय स्तर की समिति को भेजेगी। अंतिम चरण में केंद्रीय स्तर की चयन समिति विभिन्न राज्यों से प्राप्त सभी अनुशंसित लेखों को विशेषज्ञों से मूल्यांकन कराएगी और औसत अंकों के आधार पर प्रत्येक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ 10 पत्रों का चयन किया जाएगा। प्रत्येक श्रेणी में इन 10 पत्रों में से प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के अलावा 7 सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
ये होंगे मूल्यांकन के मानदंड
- विषय की समझ और विवेचना
- प्रस्तुति की व्यवस्थित संरचना और प्रवाह
- तथ्यों, डेटा और तर्कों की गहनता, विविधता एवं प्रासंगिकता
- प्रमुख बिंदुओं या सुझावों या निष्कर्षों के सम्प्रेषण में स्पष्टता
- शोध पत्र की मौलिकता (कॉपी-पेस्ट सामग्री शोध पत्र को अयोग्य घोषित करेगी)
ये मिलेंगे पुरस्कार
दोनों श्रेणियों स्कूल स्तर एवं विश्वविद्यालय और कॉलेज स्तर में अलग से पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रथम पुरस्कार इक्कीस हजार, दूसरा पुरस्कार पन्द्रह हजार और तीसरा पुरस्कार ग्यारह हजार का होगा। इसके आलावा 5100/- रुपए के प्रत्येक के सांत्वना पुरस्कार होंगे। यदि पहले, दूसरे या तीसरे पुरस्कार की श्रेणी में एक से अधिक विजेता हैं तो पुरस्कार राशि समान रूप से विभाजित कर विजेताओं के बीच वितरित की जाएगी। राज्य स्तर पर अर्हता प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाणपत्र दिया जाएगा। ISBN के साथ एक संपादित पुस्तक में प्रकाशन के लिए सर्वश्रेष्ठ 15-20 शोध पत्रों का चयन किया जाएगा। प्रकाशन के लिए चयनित शोध पत्र लेखकों को प्रकाशन से पहले पुस्तक की आवश्यकताओं के अनुसार वांछित संशोधन करना आवश्यक होगा। मूल्यांकन एवं चयन प्रक्रिया से जुड़े हुए सदस्य भी इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं परन्तु पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होंगे।
प्रतिक्रिया देने के लिए ईमेल करें : ok@naihawa.com
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