कूटनीतिज्ञ और कला प्रेमी रहीं भरतपुर की महारानियां

भरतपुर के महाराजा ही नहीं, बल्कि इस रियासत की महारानियां भी कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ …

ज्ञान की अनुपम निधि का भंडार होगा यह पुस्तकालय

अब दिल्ली में निजी प्रयासों से जल्दी एक ऐसा पुस्तकालय शुरू हो …

17वीं शताब्दी का कंबोई का भव्य पार्श्वनाथ जिनालय

कंबोई स्थित पार्श्वनाथ जिनालय तीर्थ की सात फणों से युक्त प्रतिमा…

महात्मा गांधी की चिंतनधारा

महात्मा गांधी एक ऐसे समाज विज्ञानी थे जो हर व्यक्ति को समाज का केंद्र बनाना चाहते थे। वे ऐसे आधुनिक और बुद्धि संगत व्यक्ति थे

गांधी मार्ग से ही सुलझ सकती हैं समस्याएं

गांधी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। हम सब उन्हें राष्ट्रीय आंदोलन के नेता के रूप में जानते हैं।

गणतंत्र: तब और अब

किसी भी समाज, संस्था, राज्य, दल व कबीला आदि समूह की गतिविधियों में एकरूपता लाने के उद्देश्य से किसी भी एक सर्वमान्य व्यवस्था का निर्धारण करना आवश्यक होता है।

ऐसे बना सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न लोकतांत्रिक गणराज्य भारत

भारत को गणतंत्र बने 70 वर्षहो चुके हैं,लेकिन एक आम भारतीय नागरिक बचपन से ही केवल यह जानता है कि इस दिन हमारे देश में भारत की संविधान सभा द्वारा बनाया गया संविधान लागू किया गया था।

गणतंत्र का अर्थ

मातृभूमि के सम्मान एवं उसकी आजादी के लिए असंख्य वीरों ने अपने जीवन की आहुति दी थी। देशभक्तों की गाथाओं से भारतीय इतिहास के पृष्ठ भरे पड़े हुए हैं।

कारगिल का शेरशाह: कैप्टेन विक्रम बत्रा

सन 1999, जुलाई 26 भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल का एक बड़ा युद्ध। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कारजिल में एक निर्णायक युद्ध जीता। इस लड़ाई में …

कैसे बनी भारत की पहली अंतरिम सरकार? नेताजी को क्यों बोला जाना चाहिए पहला प्रधानमंत्री?

भले ही पं. जवाहर लाल नेहरू को आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री का तमगा पहना दिया गया हो। पर ऐतिहासिक सच्चाई यह है कि 1943 में भारत…