चेतना की ऊर्जा का पर्व: मकर संक्रांति

भारतीय संस्कृति में सूर्य के राशि संक्रमण को विशेष महत्व दिया गया है। सूर्य के राशि परिवर्तन को ‘संक्रांति’ नामक पर्व माना गया है। इसी कारण सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना ‘मकर संक्रांति’ कहलाता है। …

उमंग का उत्सव लोहड़ी

पौष महीने की अंतिम रात यानी मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर मनाया जाने वाला यह लोक पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस पर्व की जड़ें पंजाब की प्राचीन कृषि संस्कृति के भीतर हैं।

स्वामी विवेकानंद का भारत और युवा वर्ग

स्वामी विवेकानंद ने भारत के परंपरागत जीवन मूल्यों और आदर्शों को तो आत्मसात किया ही था , साथ ही पाश्चात्य सभ्यता की ऊर्जा को भी समझ लिया था। आधुनिक परिस्थितियों और आवश्यकताओं के अनुरूप उन्होंने हिंदू धर्म की पुनः व्याख्या की तथा उसे राष्ट्रवाद से जोड़ दिया। …

सम्पूर्ण ज्ञान और शक्ति हमारे भीतर, उसे पहचानो : स्वामी विवेकानंद

शिक्षा सदैव ही चिन्तन मनन एवं लेखन का केन्द्रीय बिन्दु रही है। पुरातन काल से अद्यतन नई शिक्षा नीति- 2020 तक समय-समय पर नई- नई अवधारणाओं के साथ नए-नए प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में किए जाते रहे हैं। …

‘ अमरीकी भाइयों और बहनों ‘ कहते ही गूंज उठी धर्म सभा

स्वामी विवेकानन्द का अमेरिका के शिकागो में दिया गया भाषण सबसे ज़्यादा चर्चित है। पढ़िए स्वामी विवेकानंद का पूरा भाषण …

‘अनुभव’ जीवन का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक : स्वामी विवेकानन्द

वेदों के ज्ञाता और महान दार्शनिक स्वामी विवेकानन्द ने न सिर्फ भारत के उत्थान के लिए काम किया बल्कि लोगों को जीवन जीने की कला भी सिखाई। …

दो हजार साल पुराने जैन मंदिर का हो रहा जीर्णोद्धार, 24 तीर्थंकरों की होगी स्थापना

विष्णु मित्तल  [DISPLAY_ULTIMATE_SOCIAL_ICONS] हलैना (भरतपुर) | जैन समाज का एक प्राचीन गांव जिसे मुगलों और अन्य विदेशी आक्रांताओं ने तहस-नहस कर दिया था, वहां अब 24 तीर्थंकरों की स्थापना हो…