भरतपुर के व्यापारियों की मांग: कपड़ा, रेडीमेड व फुटवियर पर GST बढ़ाने का फैसला वापस लिया जाए

भरतपुर 

भरतपुर जिला व्यापार महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष संजीव गुप्ता की अनुसंशा पर जिला महामंत्री नरेंद्र गोयल के नेतृत्व में जिला कलेक्टर से मिला और  प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री व कपड़ा मंत्री के नाम एक ज्ञापन देकर  कपड़ा, रेडीमेड व फुटवियर पर वर्तमान में लग रहे GST  टैक्स को सरकार द्वारा 1 जनवरी 2022 से 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने के फैसले के खिलाफ अपना  विरोध दर्ज कराया।

प्रतिनिधिमंडल में जिला उपाध्यक्ष मोहनलाल मित्तल, जिला कोषाध्यक्ष जयप्रकाश बजाज, जिला प्रवक्ता विपुल शर्मा, शहर सहअध्यक्ष अशोक शर्मा, फुटवियर संघ के अध्यक्ष तेजवीर सिंह शामिल थे।

जिला महामंत्री नरेंद्र गोयल ने बताया कि, वर्तमान में कोविड-19 के कारण व्यापार आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसी स्थिति में छोटे व्यापारी का सरवाइव करना मुश्किल हो रहा है। ऊपर से 7% अतिरिक्त टैक्स की बढ़ोतरी से व्यापारी आर्थिक रूप से और टूट जाएगा।

गोयल ने बताया कि अगर शीघ्र ही अतिरिक्त जीएसटी बढ़ोतरी का निर्णय सरकारों द्वारा वापस नहीं लिया गया तो मजबूरन व्यापारियों को आंदोलात्मक रुख अपनाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इसे लेकर 16 दिसंबर को जिले के समस्त कपड़ा व्यापारी, रेडीमेड व्यापारी व फुटवियर व्यापारियों के संघों  की एक बैठक बुलाई गई है जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा ।

जिला उपाध्यक्ष मोहनलाल मित्तल ने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान हर व्यक्ति की मूलभूत जरूरत है। इन पर किसी भी तरीके का टैक्स नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। कोषाध्यक्ष जयप्रकाश बजाज ने बताया कि GST टैक्स बढ़ाने से कपड़ा उद्योग से संबंधित रोजगार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोर्ट करने में अन्य देशों के साथ कंपटीशन करने में दिक्कत होगी । साथ ही मेक इन इंडिया की बात भी कमजोर होगी। इस पर जीएसटी काउंसिल को एक बार पुनः विचार करके शीघ्र ही टैक्स बढ़ाने के निर्णय को वापस लेना चाहिए।

जिला प्रवक्ता विपुल शर्मा  ने बताया कि प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री व कपड़ा मंत्री को ज्ञापन भेजकर भरतपुर जिला व्यापार महासंघ ने कपड़ा, रेडीमेड, व फुटवियर पर जीएसटी टैक्स बढ़ाने के फैसले को वापस लिए जाने की मांग की है।

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