बैंक निजीकरण के खिलाफ देशभर में बैंककर्मियों की हड़ताल, इन दो दिनों रहेगा कामकाज ठप

नई दिल्ली 

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने दो सरकारी बैंकों के निजीकरण के खिलाफ पूरे देशभर में इस महीने दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल के कारण 16 दिसंबर से दो दिन बैंकों में कामकाज ठप रहेगा। यूएफबीयू के तहत बैंकों की नौ यूनियनें आती हैं।

आपको बता दें कि  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल की शुरुआत में वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए 1.75 लाख करोड़ रुपए जुटाने के विनिवेश लक्ष्य के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी। इससे पहले सरकार ने 2019 में आईडीबीआई बैंक में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी एलआईसी को बेचकर आईडीबीआई बैंक का निजीकरण कर दिया था। इसके अलावा पिछले चार साल में 14 सरकारी बैंकों का विलय किया गया है।

सरकार ने बैंकिंग अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा कि इसे देखते हुए यूएफबीयू ने निजीकरण के कदम का विरोध करने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा कि यूएफबीयू ने आईबीए को 16 व 17 दिसंबर की हड़ताल का नोटिस दे दिया है। वेंकटाचलम ने कहा है कि भारत जैसे विकासशील देशों में बैंकों में बड़े पैमाने पर जनता की बचत जमा होती है। इसका इस्तेमाल व्यापक आर्थिक विकास में होना चाहिए। सरकारी बैंकें सामाजिक सोच वाली होती है, इसलिए इसलिए विकास के लिए ये सर्वथा उपयुक्त हैं।

यूएफबीयू के सदस्यों में अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए), अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी), राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी परिसंघ (एनसीबीई), अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (एआईबीओए) और बैंक कर्मचारी परिसंघ (बीईएफआई) शामिल हैं। इंडियन नेशनल बैंक एम्प्लॉइज फेडरेशन (INBEF), इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC), नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (NOBW) और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO)।

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