जब बैंक कर्मचारियों को सपाईयों ने बता दिया EVM हैकर, काटा जमकर बवाल, जानिए पूरा मामला

कानपुर

यूपी विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) के एक्जिट पोल के नतीजे आने के बाद से समाजवादी पार्टी में इतना डर पैदा हो गया है कि अब उन्होंने EVM को अपने निशाने पर ले लिया है। सपाईयों ने कानपुर में मतगणना स्थल पर अपनी ड्यूटी करने आए बैंक कर्मचारियों को EVM हैकर बता दिया और जमकर हंगामा खड़ा कर दिया। लेकिन जब मामला कुछ और निकला तो सपाई शर्म के मारे पानी-पानी हो गए।

घटना कानपुर में नौबस्ता गल्ला मंडी मतगणना स्थल की है। यहां सपाई बैंक कर्मचारियों पर ईवीएम हैक करने का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल खड़ा कर रहे थे। इस  पर डीसीपी समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जब आरोपों की जांच की गई तो पता चला कि मतगणना स्थल पर लगे ATM को बैंक कर्मचारी रिपेयर करने के लिए पहुंचे थे। सपाईयों ने ATM रिपेयर करने वाले इन कर्मचारियों को ही EVM हैकर बता दिया।

दरअसल नौबस्ता स्थित नवीन गल्ला मंडी में स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल बनाया गया है। गल्ला मंडी में बैंक ऑफ बड़ौदा का एटीएम लगा है। बैंक की टैक्निकल टीम एटीएम के रिपेयरिंग का काम कर रही थी। एसपी नेताओं ने उन पर ईवीएम हैक करने का आरोप मढ़ दिया। इसके बाद फोन कर प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं को इकट्ठा कर हंगामा करने लगे। बवाल बढ़ता देख एटीएम रिपेयर करने वाले कर्मचारी वहां से चले गए।

बैंक मैनेजर सफाई देने पहुंचे
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि एटीएम में 16 हजार रुपए फंसे हुए थे। बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों ने टेक्निकल टीम को एटीएम रिपेयरिंग के लिए भेजा था। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने बैंक मैनेजर को मौके पर बुलाया। बैंक मैनेजर ने लिखित में दिया कि एटीएम रिपेयरिंग टीम को बैंक की तरफ से भेजा गया था। इसके बाद एसपी नेता कहने लगे कि यदि बैंक कर्मचारी थे, तो वो भागने क्यों लगे। इस पर पुलिस ने कहा कि हंगामा करने वालों की संख्या अधिक थी, इस लिए उनको डर की वहज से वहां से हटना पड़ा।

जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा का कहना है कि स्ट्रांग रूम में रखी ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं। बैंक कर्मचारी एटीएम में काम कर रहे थे, जिन्हे गलत समझ लिया गया। इस तरह की अफवाह फैलाना गलत है, ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

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