‘द ग्रेट खली’ CM योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर से हुए इम्प्रेस, बोले; अब जल्द ही गोरखपुर में खोलेंगे रेसलिंग एकेडमी

गोरखपुर 

WWE के वर्ल्ड फेमस रेसलर ‘द ग्रेट खली’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में रेसलिंग एकेडमी की स्थापना करने जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ से मिलकर भी प्रोजेक्ट उनके सामने रखेंगे।

दलीप सिंह राणा उर्फ खली ने बताया कि गोरखपुर  के युवाओं का जोश देखकर मुझे एहसास हो गया है कि अगर इन्हें सही वक्त पर सही मार्गदर्शन मिल जाए तो ये पूरी दुनिया में यूपी का झंडा बुलंद कर सकते हैं। इसलिए अब जल्द से जल्द गोरखपुर में भी रेसलिंग एकेडमी शुरू की जाएगी। ताकि उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार के भी पहलवानों को बेहतर ट्रेनिंग मिल सके।

‘द ग्रेट खली’ ने कहा कि मैं पहली बार गोरखपुर आया। मुझे लगा था यूपी का पिछड़ा इलाका होने की वजह से यहां के लोग WWE के बारे में ज्यादा नहीं जानते होंगे। लेकिन एयरपोर्ट से बाहर आते ही यहां के लोगों ने मुझे प्यार दिया। ऐसे में अब मेरी बारी है कि मैं भी इसके एवज में इस शहर को कुछ दे दूं। इसलिए मैंने पंजाब के बाद दूसरी एकेडमी गोरखपुर में शुरू करने का निर्णय लिया है।

‘द ग्रेट खली’
हिमाचल के एक छोटे से गांव धिराना में 27 अगस्त 1972 को राजपूत परिवार में पिता ज्वाला रमा और मां तांडी देवी के यहां दलीप सिंह राणा उर्फ खली का जन्म हुआ। अपने सात भाई-बहनों में से खली का शरीर और कद-काठी सबसे अलग और भारी-भरकम था। खली का परिवार एक गरीब किसान परिवार था। पेट भरने के लिए भी रोजी रोटी का इंतजाम करना मुश्किल होता था। इसलिए खली ने अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की। बचपन से ही काम की तलाश में लग गए।

खली की किस्मत उस समय चमक गई जब पंजाब के एक पुलिस अफसर शिमला आए हुए थे। उनकी नजर खली पर पड़ी। खली को अफसर ने पंजाब आकर पुलिस की नौकरी करने का ऑफर दिया। क्योंकि खली के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह पंजाब जा सकें। इसलिए उस पुलिस अफसर ने खली को खुद पैसे देकर पंजाब बुलाया। खली ने भी पंजाब जाकर पुलिस की नौकरी ज्वाइन कर ली। खली के भाई को भी पुलिस की नौकरी मिल गई।

कैसे खली का नाम जायंट सिंह पड़ा
शुरुआत में खली को भारत में ही रेसलिंग की ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद ऑल प्रो रेसलिंग के लिए दलीप सिंह राणा को अमेरिका भेजा गया। इस रेसलिंग में भाग लेने के बाद खली का नाम दलीप सिंह राणा से बदलकर ‘जायंट सिंह’ रखा गया था। अब दलीप सिंह राणा जायंट सिंह बन चुके थे। उन्होंने सेन फ्रांसिस्को में एक कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया।

WWE से आया बुलावा
सेन फ्रांसिस्को के बाद साल 2006 तक खली ने जापान में ही रहकर रेसलिंग की। इसी साल उन्हें WWE से बुलावा आ गया। WWE जाकर खली ने एक और रिकॉर्ड भारत के नाम दर्ज कर दिया। क्योंकि खली भारत के पहले प्रोफेशनल रेसलर थे, जिन्होंने WWE ज्वाइन किया था। खली का पहला मुकाबला रेसलिंग की दुनिया के बादशाह अंडरटेकर से हुआ लेकिन इस मुकाबले में किसी की जीत नहीं हुई। खली के लिए रेसलिंग की दुनिया में मिलते-जुलते नामों से मेल नहीं खा रहा था, जिसकी वजह से एक बढ़िया नाम की खोज उनके चाहने वाले कर रहे थे। आखिरकार दलीप सिंह राणा (खली) मां काली के भक्त हुआ करते थे जिसकी वजह से मां काली नाम दिया गया, इसके बाद विदेशियों ने उनका नाम ‘खली’ कर दिया।

रेसलिंग की दुनिया के जाने माने रेसलर को रिंग में उतर कर चित कर देने के कारण उनका नाम ‘द ग्रेट खली’ पड़ गया। 2007-08 के दौरान वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप में ‘द ग्रेट खली’ विजेता बने।

पुरानी पेंशन देने का मामला: अब समायोजित शिक्षाकर्मी भी सुप्रीम कोर्ट में पेश करेंगे अपना जवाब

ज्यादा शक्कर खाने से हो सकता है नुकसान, इन 5 बीमारियों का है खतरा

हम गाड़ी की सर्विस तो करवाते हैं लेकिन क्या हमने अपने शरीर की सर्विस करवाई कभी?

जब कश्मीरी पंडितों पर हो रहा था जुल्म तब आखिर RSS कर क्या रहा था?

इसी साल बिकेगा एक सरकारी बैंक, 2 बैंक शॉर्टलिस्ट, सरकार जोर-शोर से कर रही तैयारी

लेखा पेशेवरों की योग्यता और लाइसेंसिंग पर एकाधिकार, संसदीय समिति ने की ये बड़ी सिफारिश

पंजाब सरकार का पेंशनखोर नेताओं को बड़ा झटका