भरतपुर
स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर अमृत महोत्सव पर्व के तहत भरतपुर ज़िला व्यापार महासंघ की ओर से श्री हिन्दी साहित्य समिति में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महासंघ के संरक्षक सीताराम अग्रवाल ने की। विशिष्ट अतिथि कपूर चन्द सिंघल माचिस वाले, दामोदर लाल गर्ग थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ व्यापार महासंघ के जिलाध्यक्ष संजीव गुप्ता, ज़िला महामंत्री नरेंद्र गोयल, गंगाराम पाराशर, मोहनलाल मित्तल, प्रमोद सर्राफ ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कवि सम्मेलन में,सोमदत्त व्यास ने ‘तिरंगा ही टो गोरो से वतन को छीनकर लाया, तिरंगा गर नहीं होता, हमारा घर नहीं होता’ सुरेन्द्र सार्थक ने ‘अगर भगवान मिल जाए, कहे वरदान तुम मांगो, प्रभु इस देश का वासी, विवेकानंद हो जाए’ अशोक धाकरे ने आंख उठाकर मेरे देश को कोई देख ना पायेगा, गर ऐसा करता है तो वो मुंह की अपने खायेगा’ नरेंद्र निर्मल ने ‘तीन रंग के इस झंडे की शान निराली है, देशप्रेम से भरी अमृत प्याली है’ गोविन्द सिंह डागुर ने ये मेरा खुदा है, भगवान हैं, ये देश मेरा अभिमान है’ सुरेश फोजदार ने ये आजादी का पावन पर्व है जां से हमें प्यारा, हमारे दिल की धड़कन में ये हिंदुस्तान समाया है’ एवं हरिओम हरी ने ‘अपने वतन पै तन को जो कुर्बान कर गए, कौन कहता है कि ऐसे लोग मर गए’ जैसी अपनी रचनाओं से श्रोताओं को ओत प्रोत कर सारा माहौल देशभक्ति मय कर दिया।
मंच संचालन ज़िला प्रवक्ता विपुल शर्मा ने किया। कार्यक्रम के अन्त में ज़िला महामंत्री नरेंद्र गोयल ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सहयोग विष्णु जैन, प्रदीप शर्मा, बंटू भाई, अशोक शर्मा, मनीष मेहरा, इंदुशेखर ने किया। कार्यक्रम में काफी संख्या में व्यापारी व आम जन शामिल हुए।
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