कच्चा परकोटा नियमन संघर्ष समिति ने फिर किया आंदोलन का आगाज, पट्टे के लिए गाइड लाइन जारी करने को लेकर कलक्टर को दिया ज्ञापन 

भरतपुर 

कच्चा परकोटा नियमन संघर्ष समिति ने परकोटे पर बसे हजारों लोगों को पट्टा दिलवाने की मांग को लेकर सोमवार से आंदोलन का आगाज फिर से कर दिया। इस क्रम में आज संघर्ष समिति के संयोगक जगराम धाकड के नेतृत्व में मुख्यमंत्री  के नाम एक ज्ञापन जिला कलक्टर भरतपुर को  दिया गया।

27 RAS अफसरों के तबादले, 10 SDM को भी बदला, एपीओ चल रहे आकाश तोमर पर फिर मेहरबानी, जिस डिपार्टमेंट में हुआ निलंबन उसी में लगाया मंत्री का SA

ज्ञापन में मांह की गई कि भरतपुर शहर के चारों ओर स्थित मिट्टी के कच्चे डंडे (परकोटा) की अकृषि गैर मुमकिन आबादी एवं वंजर किस्म की भूमि पर वर्षों से काबिज लगभग 2000 परिवारों को कब्जे के पट्टे दिलाने हेतु स्वायत शासन विभाग राजस्थान सरकार जयपुर कार्यालय में लंबे समय से विचाराधीन गाईड लाइन को स्टेट ग्रांट एक्ट 1961 एवं 69 ए के तहत शीघ्रता शीघ्र जारी कराई जाए।

Good News: कर्मचारियों को अब साल में दो बार मिलेंगे प्रमोशन के मौके, मुख्यमंत्री गहलोत ने दी  प्रस्ताव को हरी झंडी

ज्ञापन में  सरकार को अवगत कराया गया कि भरतपुर शहर के कच्चे डण्डे की भूमि पर रहने वाले 2000 परिवारों के हित के लिए  स्वायत्त शासन विभाग द्वारा गाइड लाइन जारी करने में देरी की जा रही है। जिसके कारण राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ कच्चे परकोटे की गै.मु आबादी की भूमि पर बरसों से काबिज लोग नहीं उठा पा रहे हैं।

ज्ञापन में बताया गया  कि स्वायत्त शासन विभाग द्वारा 2 अक्टूबर, 2021 से लेकर आज तक कई बार पट्टे देने के संदर्भ में गाइड लाइन जारी हुई हैं लेकिन कच्चे परकोटे के पट्टे देने के लिए  गाइड लाइन सरकार के यहां प्रक्रियाधीन बताकर अटकाया हुआ है।

ज्ञापन के अनुसार शहर के कच्चे डण्डे की भूमि और शहर की पुरानी आबादी की भूमि राजस्व रिकार्ड के अनुसार राज्य सरकार मालिक है। परकोटे की कुछ भूमि गैर मुमकिन बंजर नगर निगम भरतपुर को स्वामित्व की भूमि है जिसमें पुरानी आबादी की राजकीय भूमि पर उक्त अभियानों में स्टेट ग्रान्ट एक्ट और 69 ए के तहत् पट्टे जारी किए जा रहेहैं  लेकिन इसी भूमि में शामिल कच्चे डण्डे की भूमि पर नियमन दर व मापदण्ड तैयार करने की कार्यवाही की जा रही हैं जो नियम विरूद्ध है।

संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि राजकीय गै.मु. आबादी पर स्वायत्त शासन विभाग द्वारा एक ही खसरा नम्बर की एक ही भूमि के दोहरे  मापदण्ड आपनाइ जा रहे हैं जो उचित नहीं है। जिसको लेकर कच्चे परकोटे वालों में गहरा अक्रोश व्याप्त है। ज्ञापन में लिखा है कि कच्चे परकोटे की भूमि पर काबिज लोग परम्परागत सघन आबादी में निवास कर रहे हैं जो स्टेट ग्रान्ट एक्ट 1961 एवं 69 ए के मापदण्डों को पूरा करते हैं। जिनके लिए अलग से नियमन दर व गाईड लाइन  अलग से बनाना उचित नहीं है। जबकि नगरीय विकास आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग राजस्थान सरकार द्वारा 21 अप्रेल 2022 को नियम कनूनों में शिथिलता देते हुए  69 ए के पट्टा देने के आदेश पूर्व में दिए  जा चुके हैं लेकिन परकोटे वासियों को इस आदेश से वंचित  रखने के उद्देश्य से नियमन के मापदण्ड व दरें तय करने का कार्य प्रक्रियाधीन बताकर स्वायत्त शासन विभाग द्वारा कच्चे डण्डे वालों को पट्टे देने से वंचित रखा गया है।

ज्ञापन में संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि स्वायत्त शासन विभाग द्वारा भरतपुर शहर के कच्चे परकोटे की गाइड लाइन शीघ्रता शीघ्र जारी नहीं की गई तो परकोटे वाले अपना आंदोलन फिर से  शुरू करेंगे। ज्ञापन देते समय पूर्व नेता प्रतिपक्ष इन्द्रजीत भारद्वाज ने जिला कलक्टर को कच्चे डण्डे के संदर्भ में राज्य सरकार स्तर पर की जा रही कार्यवाही एवं वस्तुस्थिति से अवगत कराया।

 प्रतिनिधि मण्डल में संघर्ष समिति उपसंयोजक राम चन्देला, भागमल वर्मा, समन्दर सिंह, नसीन खांन,  मानसिंह सागर, राजकुमार (राजू), प्रहलाद गुप्ता, देवेन्द्र गुर्जर, मिश्री लाल केन, अमर सिंह, खूबीराम चौधरी, संजय वर्मा, आदि लोग शामिल थे।

Good News: कर्मचारियों को अब साल में दो बार मिलेंगे प्रमोशन के मौके, मुख्यमंत्री गहलोत ने दी  प्रस्ताव को हरी झंडी

UP में दर्दनाक हादसा: खड़ी डबल डेकर बस को बीच में से चीरते हुए निकली दूसरी बस, 8 की मौत, 36 घायल, कई की हालत गंभीर

27 RAS अफसरों के तबादले, 10 SDM को भी बदला, एपीओ चल रहे आकाश तोमर पर फिर मेहरबानी, जिस डिपार्टमेंट में हुआ निलंबन उसी में लगाया मंत्री का SA

इस समय राज आपका और सवाल आपसे ही पूछा जाएगा सरकार!

केरल हाईकोर्ट बोला; हम एक ऐसा समाज चाहते हैं जिसमें कर्ण न हों, जानिए ऐसा क्यों कहा और फिर क्या दिया आदेश

रेलवे में अंधेर नगरी चौपट राज: अफसरों ने अपनी खोट छुपाने के लिए 48 कर्मचारियों का कर दिया डिमोशन

कोर्ट रूम में पेशी के लिए गए कपल ने जब हदें कर दी पार, CCTV देख कर जज ने सुनाई फिर ये सजा

DRM आफिस में आखिर कौन ले गया घूस का वह लिफाफा? CBI ने कराई शिनाख्त परेड

जानिए भारत के राष्ट्रपति की ताकत, सैलरी और सुविधाएं

RGHS का मामला: बैकफुट पर आई गहलोत सरकार, आदेश लिया वापस

EMM Negative: भारत में मिला पहला दुर्लभ ब्लड ग्रुप और दुनिया का 10वां, जानिए किसे दे सकता है खून