दो AEN सोलह लाख घूस ले चुके थे, फिर भी नहीं भरा पेट, 5 लाख और मांगे तो ACB ने एक AEN को दबोच लिया, दूसरा हुआ फरार

बाड़मेर 

जोधपुर एसीबी ने बाड़मेर में कार्रवाई करते हुए धोरीमन्ना पंचायत समिति के एईएन को गांरटी राशि रिलीज करने की एवज 5 लाख रुपए की राशि लेते रंग हाथों गिरफ्तार किया है। जबकि धनाऊ एईएन भनक लगते ही फरार हो गया। दो एईएन कार्यो के बिल पास करने के 10 प्रतिशत कमीशन के हिसाब से 16 लाख रुपए रिश्वत के पहले ले चुथे थे।

एसीबी एएसपी दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि सहायक अभियंता (AEN) सोहनलाल सुथार पुत्र पुरणमल और मानाराम के रिश्वत के 5 लाख राशि मांगने का सत्यापन करवाने के बाद बुधवार 28 जुलाई को टीम द्वारा ट्रैप कार्रवाई की गई। एईएन सोहनलाल को धोरीमना पंचायत समिति आवास परिसर से 5 लाख रुपए की राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। वहीं, मानाराम एसीबी की भनक लगने के कारण वह फरार हो गया। धोरीमन्ना पुलिस के सहयोग से पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।


गांरटी राशि रिलीज करने के एवज में मांग रहे थे दस फीसदी कमीशन


जोधपुर एसीबी ने बाड़मेर में कार्रवाई करते हुए धोरीमन्ना पंचायत समिति के एईएन को गांरटी राशि रिलीज करने की एवज 5 लाख रुपए की राशि लेते रंग हाथों गिरफ्तार किया है।  जबकि धनाऊ एईएन भनक लगते ही फरार हो गया। दो एईएन कार्यो के बिल पास करने के 10 प्रतिशत कमीशन के हिसाब से 16 लाख रुपए रिश्वत के पहले ले चुके थे।

एसीबी एएसपी दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि सहायक अभियंता (AEN) सोहनलाल सुथार पुत्र पुरणमल और मानाराम के रिश्वत के 5 लाख राशि मांगने का सत्यापन करवाने के बाद बुधवार 28 जुलाई को टीम द्वारा ट्रैप कार्रवाई की गई। एईएन सोहनलाल को धोरीमना पंचायत समिति आवास परिसर से 5 लाख रुपए की राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। वहीं, मानाराम एसीबी की भनक लगने के कारण वह फरार हो गया। धोरीमन्ना पुलिस के सहयोग से पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

यह था मामला
धोरीमन्ना और धनाऊ पंचायत समिति ने जलग्रहण विकास एवं भू सरंक्षण (आईडब्लूएमपी) परियोजना के तहत वर्ष 2016-17 मेंं टेंडर प्रक्रिया कर परिवादी की फर्मों को अलग-अलग कार्यादेश जारी किए थे। परिवादी ने दोनों पंचायत समितियों में कामों को पूरा भी कर लिया था। धोरीमन्ना सहायक अभियंता सोहनलाल और धनाऊ सहायक अभियंता मानाराम ने बिलों के भुगतान करने की एवज में पूर्व में 10 प्रतिशत कमीशन राशि के हिसाब से 16 लाख रुपए डरा धमकाकर ले लिए थे। परिवादी ने दो पंचायत समिति में कार्य पूर्ण कर कार्य पूर्णता प्रमाण-पत्र प्राप्त कर चुका था। परिवादी ने धरोहर राशि भी प्राप्त कर ली थी।

रोक रखी थी सिक्योरिटी राशि
एसीबी एएसपी दुर्गसिंह ने बताया कि परियोजना के तहत किए  कामों की बतौर कुल राशि का 10 प्रतिशत गारंटी के रूप में गारंटी अवधि तक के लिए सिक्योरिटी राशि रोक रखी थी। अब गारंटी अवधि बीत जाने के दो वर्ष बाद भी सहायक अभियंता सोहनलाल व मानाराम दोनों कमीशन की राशि पूरी नहीं मिलने का कहकर सिक्योरिटी राशि रिलीज नहीं कर रहे थे। सिक्याेरिटी राशि रिलीज करने के एवज में 5 लाख रुपए रिश्वत की मांग कर रहे थे।

इस पर परिवादी के परिवाद पर 21 जुलाई को सत्यापन किया गया। सत्यापन में दोनों आरोपियों ने परिवादी की फर्मों की सिक्यारिटी राशि रिलीज करने के एवज में 5 लाख रुपए मांग करना पाया गया। एसीबी के मुताबिक बुधवार को सहायक अभियंता सोहनलाल को अपने एवं मानाराम के हिस्से की राशि मानाराम के कहे अनुसार 5 लाख रुपए सोहनलाल को सरकारी आवास से लेते गिरफ्तार किया।



 

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