नई दिल्ली
तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter crash in coonoor) में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी बुधवार को दुखद निधन हो गया। वह 8 दिन तक वह जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ते रहे। वह CDS जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में घायल हो गए थे। इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
8 दिसंबर को जब तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नुर (Coonoor) में Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, तो उस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। केवल वरुण सिंह ही इस हादसे में जिंदा बच सके थे। वरुण सिंह हादसे के बाद करीब 45 प्रतिशत तक जल गए थे।
IAF is deeply saddened to inform the passing away of braveheart Group Captain Varun Singh, who succumbed this morning to the injuries sustained in the helicopter accident on 08 Dec 21. IAF offers sincere condolences and stands firmly with the bereaved family.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2021
एयरफोर्स ने कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण ने गंभीर चोटों की वजह से दम तोड़ दिया। तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर हादसे में घायल होने के बाद पहले उन्हें वेलिंगटन के आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया था। बाद में उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेंगलुरु शिफ्ट किया गया था। वे पिछले 7 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे।
वरुण सिंह के परिवार में पत्नी और एक बेटा-बेटी है। उन्हें CDS बिपिन रावत को रिसीव करने के लिए प्रोटोकॉल ऑफिसर बनाया गया था। वरुण ने चंडीगढ़ के चंडी मंदिर स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। 2004 में उनका NDA में सिलेक्शन हो गया।20 साल पहले वरुण का परिवार भोपाल शिफ्ट हो गया था। वहीं उनका मकान भी बना हुआ है। वरुण के पिता केपी सिंह अपनी पत्नी उमा सिंह के साथ वहीं रहते हैं। वरुण सिंह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ वेलिंगटन में रहते थे।
गैलेंट्री अवॉर्ड विनर थे कैप्टन वरुण
गैलेंट्री अवॉर्ड विनर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सैन्य परिवार से आते हैं। उत्तर प्रदेश के देवरिया निवासी वरुण सिंह का परिवार तीनों सेनाओं से जुड़ा है- आर्मी, नेवी और एयरफोर्स। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इंडियन एयरफोर्स (IAF) से थे। उनके पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह आर्मी एयर डिफेंस (AAD) की रेजिमेंट में थे। कर्नल केपी सिंह के दूसरे बेटे और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कमांडर तनुज सिंह इंडियन नेवी में हैं। वरुण का परिवार इन दिनों भोपाल में रहता है।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इसी साल स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। उन्हें यह अवॉर्ड फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम खराब होने के बाद भी 10 हजार फीट की ऊंचाई से तेजस विमान की सफल लैंडिंग कराने पर दिया था। वरुण ने आपदा के समय धैर्य नहीं खोया और आबादी से दूर ले जाकर विमान की सफल लैंडिंग कराई थी। इस काम के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
बेस्ट पायलट अवॉर्ड से भी सम्मानित
वरुण ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्तमान के बैचमेट हैं। अभिनंदन ने 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसने वाले पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था। उन्होंने इस दौरान पुराने MIG-21 से अमेरिकन मेड F-16 मार गिराया था। वरुण बेस्ट पायलट अवॉर्ड से भी सम्मानित हो चुके हैं।
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