नई दिल्ली
एक अदालत एक्सीडेंट के एक केस की सुनवाई कर रही थी तो उस समय सबको सकते में डालने वाला वाकया हो गया। वाकया भी ऐसा हुआ कि सबके होश उड़ गए। दरअसल एक्सीडेंट में मृत घोषित एक इंसान सुनवाई के दौरान जज के सामने जिन्दा खड़ा हो गया और बोला- ‘साहब मैं जिन्दा हूं।’ यह सुनकर अदालत में सन्नाटा पसर गया। जज भी भौंचक रह गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घटना दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट की है। अदालत एक्सीडेंट (Road Accident) से जुड़े एक केस की सुनवाई कर रही थी। तभी एक्सीडेंट में मृत घोषित नरेंद्र कुमार बिष्ट नाम का शख्स जज के सामने हाजिर हो गया। इसे देख पटियाला हाउस कोर्ट हैरान में रह गई। यह वही व्यक्ति था, जिसकी एक्सीडेंट में मौत का प्रमाण पत्र पुलिस ने अदालत के सामने रखा था। उसमें उसके पिता का नाम और घर का पता भी वही था, जो इस व्यक्ति ने अदालत में बताया।
अदालत को अपने साथ धोखा होने की आशंका हुई, जो पुलिस और पीड़ित के अलग-अलग दावों से और गहरा गई। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने जब पुलिस से सच बताने को कहा तो जवाब में दिल्ली कैंट थाने के एक कॉन्स्टेबल अशोक कुमार ने अदालत में कहा कि उसे पीड़ित के पिता जसवंत सिंह ने उसकी मौत का प्रमाणपत्र (डेथ सर्टिफिकेट) दिया था। जबकि, पीड़ित ने दावा किया कि उसके पिता का देहांत 1998 में ही हो चुका है। पुलिस के दावे पूरी तरह से गलत हैं।
जांच करें कि किसी ने मौत के मुआवजे के लिए क्लेम तो नहीं किया
इसके बाद अदालत ने संबंधित डीसीपी को निर्देश दिया कि वह मामले में तत्काल छानबीन करें और यह पता लगाएं कि क्या किसी ने नरेंद्र या उनकी मां की मौत के आधार पर मुआवजे के लिए मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल (एमएसीटी) में दावा तो नहीं किया है। इस केस में अब अगली सुनवाई 3 मार्च को होगी।
नोट:अपने मोबाइल पर ‘नई हवा’की खबरें नियमित प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम और सिटी लिखकर मैसेज करें
डाकघर की इस स्कीम में आपका पैसा हो जाएगा डबल, सरकार ने बढ़ा दिया है अब ब्याज | यहां जानिए डिटेल
राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का बदला नाम, अब इस नाम से जाना जाएगा | साल में खोला जाएगा दो बार