
डॉ. अलका अग्रवाल
जब कोई अपना जाता है,
तब मन बेहद घबराता है।
दुख दिल में नहीं समाता है,
आंसू बन कर बह जाता है।
वह हमें अकेला छोड़ गया,
यह खालीपन है, मोड़ नया।
हाँ, उसने जीवन खूब जिया,
कर्तव्य स्वयं का पूर्ण किया।
अब क्या होगा, कैसा होगा,
क्या, कुछ पहले जैसा होगा।
अब मन में घोर निराशा है,
छाया हर ओर कुहासा है।
इस लोक में शेष नहीं है वह,
परिजन के दिल में बसता है।
हम सब उसके अनुगामी हों,
है मार्ग यही, मन कहता है।
(लेखक सेवानिवृत कालेज प्राचार्य हैं)
ये भी पढ़ें
- जयपुर में स्थापित होगी राजस्व मण्डल की स्थाई बैंच, कलेक्ट्रेट परिसर में होंगे 20 लाख के विकास कार्य
- बैंक मैनेजर ने किया ऐसा काम कि नौकरी ही चली गई, आप भी जानकर रह जाएंगे हैरान
- नायब तहसीलदार ने ढाबे पर बुलाकर इस काम के लिए ली घूस, ACB ने रंगे हाथों दबोच लिया
- अस्थाई जूनियर रेजिडेंट के पदों में 6 माह की अभिवृद्धि
- प्रदेश के इन जिलों में खोले जाएंगे 11 न्यायालय, 119 पदों का होगा सृजन | प्रति न्यायालय 2.97 करोड़ रुपए मंजूर
- दौसा में हो रही है श्रीमद् भगवत गीता कथा, 27 सितंबर को होगी पूर्णाहुति
- मिल गया राजस्थान विश्वविद्यालय को नया स्थाई कुलपति | शेखावाटी यूनिवर्सिटी में भी हुई कुलपति की नियुक्ति
- इस वजह से आक्रोशित हुए कच्चा परकोटा के रहवासी, किया धरना – प्रदर्शन का ऐलान
- बताओ तो जानें: किस SHO की है यह अश्लील फोटो? डीग एसपी ने बताया यह नाम
- भरतपुर गार्डनिंग ग्रुप चलाएगा पौधारोपण अभियान, सोसाइटी का गठन करने का फैसला