होली के ऐसे हों रंग…

होली के ऐसे हों रंग
हर बरस खेलते हैं होली,
बना कर हम टोली।
रंग और गुलाल…

ईर्ष्या, क्रोध, घृणा, प्रतिशोध, अहं को त्यागिए और प्रसन्न रहिए

बड़ों के चरण स्पर्श करने पर यही आशीर्वाद दिया जाता था कि सदा प्रसन्न रहो। पर पता नहीं कब यह प्रसन्नता भारतीय जनता के हाथ से…

साहित्य अकादमी ने की युवा पुरस्कारों और बाल साहित्य पुरस्कारों की घोषणा

साहित्य अकादमी ने वर्ष 2020 के लिए युवा पुरस्कारों और बाल साहित्य पुरस्करों की भी घोषणा कर दी है। युवा पुरस्कारों की श्रेणी में हिंदी में …

20 भाषाओं के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा, बिहार के नाम तीन पुरस्कार, देखें विजेताओं की पूरी सूची

साहित्य अकादमी ने 20 भाषाओं के लिए अपने वार्षिक Sahitya Akademi Award 2020 की घोषणा कर दी है। पुरस्कार देने के लिए सात…

घर के भीतर की सोच को बदलने की जरूरत

फिर से 8 मार्च आ गया। पूरी दुनिया में महिलाओं के लिए अधिकार, सुरक्षा, बराबरी का दर्जा और सम्मान जैसे शब्द फिर से सुर्खियों में हैं। यह सच है कि महिलाएं…

लड़कियां बदल रही हैं…

यूं तो बदल रहा है समाज भी,
बदल रही है परंपरा, रीति रिवाज….

कभी रो देना भी अच्छा होता है…

कभी रो देना भी अच्छा होता है,
भावनाएं जला देना भी…

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला और ललिता प्रसाद सुकुल का भावपूर्ण स्मरण

बसंत पंचमी पर बंगीय हिंदी परिषद का स्थापना-दिवस और निराला-सुकुल जयंती समारोह…

बसन्त का पारस…

बसन्त का पारस
पतझड़ के बाद
आनेवाला बसन्त
सुख का सन्देशा लाता है…

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का निराला व्यक्तित्व

निराला जी जब अध्ययन कर रहे थे तो परीक्षा में एक निबंध…