बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा लिए बैंकर्स प्रोटेक्‍शन एक्‍ट लाने की मांग, IBA ने सरकार के सामने उठाया मुद्दा

नई दिल्ली 

बैंक कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी के दौरान आए दिन मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाओं के बीच परेशानियां उठानी पड़  रही हैं। इंडियन बैंक एसोशिएशन (IBA) ने इसे लेकर केंद्र सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए कानून में संशोधन की मांग की है और कहा है कि बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा लिए बैंकर्स प्रोटेक्‍शन एक्‍ट लाया जाए।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंडियन बैंक्‍स एसोशिएशन (IBA) के चीफ एग्जिक्यूटिव सुनील मेहता ने बैंक कर्मचारियों की  सुरक्षा मुद्दे को केंद्र सरकार के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि बैंकर्स जो वसूली करते हैं, वो पब्लिक का पैसा होता है और रिकवरी के जरिए ही ग्राहकों को ब्याज और लोन दिया जाता है। इसलिए बैंकर्स को सुरक्षा देने के कानून में भी संशोधन करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि IBA ने बैंकर्स प्रोटेक्‍शन एक्‍ट लाने की डिमांड रखी है।

बैंकर्स प्रोटेक्शन एक्ट जरूरी
मीडिया में आए एक बयान में IBA के सुनील मेहता ने कहा कि बैंकर जोखिम के साथ काम करता हैऐसे में किसी तरह का दुर्व्‍यवहार और मारपीट की घटनाओं को रोकने के लिए बैंकर्स को सुरक्षा मिलनी चाहिए बैंक कर्मचारी सिर्फ अपनी ड्यूटी का पालन करता है बैंकर्स जो वसूली करते है, वो पब्लिक का पैसा होता है बैंक अगर रिकवरी नहीं करेगा तो लोन और ग्राहकों को ब्याज कैसे देगा

रिकवरी में बाधा आई तो देश को नुकसान
मेहता ने एक बयान में कहा कि रिकवरी करने वाले बैंकर्स को कानून की सुरक्षा मिलना बहुत जरूरी है उन्होंने कहा कि सुरक्षा नहीं मिलने से रिकवरी प्रभावित होगी और अंतत: इकोनॉमी और देश का ही नुकसान होगा उन्होंने बताया कि विजिलैंस के फ्रेमवर्क को नए रूप से लागू किया जा रहा है कानून में भी संशोधन करने पर IBA ने मामला उठाया हुआ है बैंकों से दिक्कत को समझ रहे हैं कानून के एक्‍सपर्ट से भी राय IBA ले रहा है

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