बृज के 7 तीर्थ क्षेत्रों में अब नहीं बिकेगा शराब और मांस

मथुरा 

उत्तर प्रदेश के बृज क्षेत्र में आने वाले सातों तीर्थ स्थलों वृंदावन, बरसाना, नंदगांव, गोकुल, बलदेव, गोवर्द्धन व महावन में अब शराब और मांस की बिक्री नहीं हो सकेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन्माष्टमी पर मथुरा में आयोजित  एक कार्यक्रम में बृज क्षेत्र में आने वाले इन सातों तीर्थ स्थलों पर शराब और मांस पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। योगी ने कहा कि इस कारोबार से जुड़े लोगों को दुग्ध उत्पादन से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूज्य संतों का कहना है कि ब्रज के सभी क्षेत्रों में मांस की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए और यह होना चाहिए।

सीएम योगी ने प्रशासन से कहा है कि वह ऐसी योजना बनाएं कि शराब और मांस पर प्रतिबंध के बाद इस काम को करने वालों का विस्थापन हो सके। योगी ने इनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें दुग्ध उत्पादन से जोड़ने की योजना बनाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महिमा को पुनर्जीवित करने के लिए शराब और मांस के व्यापार में प्रतिबंध लगे इससे प्रभावित लोग दूध बेचना शुरू कर सकते हैं द्वापर युग का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुग्ध उत्पादन और दूध की बिक्री के क्षेत्र में लोगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है

आपको बता दें कि अभी तक मंदिरों और धर्मस्थलों से 100 मीटर की दूरी पर शराब दुकानें और मांस की दुकानें खोलने पर रोक है। सीएम की इस घोषणा के बाद अब बृज के 7 तीर्थ क्षेत्रों में मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक लग गई है।

मथुरा में शराब से मिलता है 500 करोड़ का राजस्व
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि मथुरा में देशी शराब की 184, विदेशी की 211, 9 मॉडल शॉप व 10 बार हैं। 2020- 21 में 480 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। घोषित तीर्थ स्थलों के ग्रामीण क्षेत्रों में 7 तीर्थ स्थलों के समीप 30 दुकान हैं। अधिकारियों का कहना है कि यहां वृंदावन में तो पहले से शराब की कोई दुकान नहीं है।

प्रयागराज और हरिद्वार कुंभ में भी प्रतिबंध लगाया जाए
इस बीच अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी ने बृज क्षेत्र में शराब और मांस पर प्रतिबंध लगाए जाने की सरकार की घोषणा की प्रशंसा की। साथ ही मांग की कि  कि प्रयागराज में लगने वाले कुंभ और हरिद्वार कुंभ में भी मांस-मदिरा के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए।

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