वाशिंगटन |
अमेरिका के लोकतंत्र पर उसके 220 साल के इतिहास में पहली बार उस समय कालिख लग गई जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थक संसद परिसर में जबरन घुस गए और जमकर उत्पात मचाया। हिंसक ट्रम्प समर्थकों ने अमेरिकी उप राष्ट्रपति की कुर्सी तक पर कब्जा कर लिया। संसद में घुसने के दौरान सुरक्षाकर्मियों से उनका जबरदस्त टकराव हुआ जिसमें गोलियां चलने से कई लोगों की मौत हो गई। इन हिंसक वारदात के बाद वाशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इमरजेंसी भी लगा दी गई है।
संसद बनी बंधक, सुरक्षाकर्मियों से टकराव में 4 की मौत, वाशिंगटन में कर्फ्यू
हार को नहीं कर पा रहे स्वीकार
डोनाल्ड ट्रम्प के भाषण के बाद उनके समर्थकों की भीड़ हिंसक हुई थी। ट्रम्प और उनके समर्थक राष्ट्रपति चुनाव में हुई अपनी हार को नहीं पचा पा रहे थे। उनका आरोप था कि बाइडेन धांधली से चुनाव जीते।
विश्वभर में आलोचना
अमेरिका में लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली इस घटना पर विश्वभर के तमाम नेताओं ने गहरा दुख जताया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वे अमेरिकी घटनाक्रम से बहुत आहट हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने कहा कि एक राष्ट्रपति द्वारा उकसाई हिंसा को याद रखा जाएगा। एक और पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश ने इस हंगामा बेहद पागलपन क़रार दिया। कनाड़ा के पीएम ने भी कहा कि वे लोकतंत्र पर हमले से चिंतित हैं।
FACEBOOK, TWITTER पर ट्रम्प बैन
बुधवार को अमेरिकी संसद भवन पर हमले के बाद फ़ेसबुक और ट्विटर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पाबंदी लगा दी। लेकिन अब फ़ेसबुक ने ट्रंप पर अनिश्चितकाल के लिए पाबंदी लगा दी है। फेसबुक के प्रमुख मार्क ज़करबर्ग ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। Click Here
रिपब्लिकन भी कर रहे आलोचना
ट्रंप की आलोचक और रिपब्लिकन सांसद लिन चिनेय ने ट्वीट किया, “अपना संवैधानिक फ़र्ज़ निभाने से रोकने के लिए अभी संसद में हमने एक हिंसक भीड़ का हमला देखा। इस बात पर कोई सवाल नहीं कि राष्ट्रपति ने ही ये भीड़ बनाई है, भीड़ को उकसाया है और इस भीड़ को संबोधित किया है।” लेकिन सिर्फ़ ट्रंप के आलोचक ही नहीं, अक्सर उनका साथ देने वाले सांसद टॉम कॉटन ने भी उनके ख़िलाफ़ बोला है। उन्होंने कहा, “अब काफ़ी वक़्त हो चुका है कि राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को स्वीकार कर लें, अमेरिका के लोगों को भ्रमित करना छोड़ दें और हिंसक भीड़ को ख़ारिज करें।“
BRIEF
- अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में घुसकर हंगामा कर दिया।
- ट्रंप के समर्थक कैपिटल बिल्डिंग में चल रही बहस के बीच में सीनेट चैंबर तक पहुंच गए।
- कैपिटल बिल्डिंग में कांग्रेस के दोनों सदनों में चर्चा जारी थी और जो बाइडन की चुनावी जीत की पुष्टि की जानी थी।
- इससे पहले बहस के दौरान उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप उन पर चुनाव का विरोध करने का दबाव बना रहे हैं।
- कैपिटल बिल्डिंग में घुसे ट्रंप समर्थकों के पास हथियार भी मिले।
- अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में घुसकर हंगामा कर दिया।
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