गुरुग्राम
हरियाणा के गुरुग्राम स्थित सेक्टर-31 के सीएनजी पंप पर सोमवार तड़के दिल दहलाने वाली वारदात हुई। हथियारों से लैस बदमाशों ने सीएनजी पंप पर तैनात मैनेजर समेत तीन कर्मचारियों का कत्ल कर दिया और फरार हो गए। तीनों की हत्या चाकू और तेजधार हथियार से की गई। सूचना के बाद गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर कला रामचन्द्रम से लेकर तमाम पुलिस अधिकारी पहुंचे। हत्या की वजह क्या रही और किसने तीनों को मारा अभी यह पता नहीं चल पाया है। लोकल पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की कई टीमें पूरे मामले की जांच में जुटी है।
बदमाशों ने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया। वारदात से पहले बदमाशों ने पहले लाइट बंद की और फिर पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों को डिसकनेक्ट कर दिया। इसके बाद एक-एक कर मैनेजर समेत तीनों कर्मचारियों को मौत के घाट उतार दिया। एक कर्मचारी को गोली मारने का अंदेशा भी लगाया जा रहा है। हालांकि पुलिस सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही है।
मृतकों की शिनाख्त पम्प मैनेजर उत्तर प्रदेश निवासी पुष्पेन्द्र, बुलंदशहर निवासी ऑपरेटर भूपेन्द्र(21) के अलावा अलीगढ़ निवासी नरेश (21) के रूप में हुई है। बदमाशों ने तीनों कर्मचारियों पर चाकू व अन्य तेजधार हथियार से ताबड़तोड़ वार किए। मैनेजर पुष्पेन्द्र व भूपेन्द्र पर मैनेजर रूम में ही हमला किया गया और नरेश पर ऑफिस के बाहर वार किया गया गया। इस बीच नरेश घायल अवस्था में ही भागता हुआ साथ में बने एक पेट्रोप पंप पर पहुंचा और फिर गिर गया। तीनों के शरीर पर तेजधार हथियार के एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों वार के निशान है।
पेट्रोप पंप के कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस छानबीन करते हुए सीएनजी पंप पर पहुंची तो उसके भी होश उड़ गए। मैनेजर रूम में दो और शव पड़े हुए थे। ट्रिपल मर्डर की इस वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ट्रिपल मर्डर की इस ब्लाइंड मिस्ट्री को सुलझाने के लिए हर एंगल से जांच में जुटी है।
सहायक पुलिस आयुक्त प्रीतपाल सिंह ने बताया कि मामला लूटपाट का नहीं लग रहा है क्योंकि मृतकों के मोबाइल फोन तक मौके से बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस पंप के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से बदमाशों को तलाश रही है।
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