आगरा
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से एक दिन पहले एसटीएफ आगरा यूनिट और हरीपर्वत पुलिस ने अलीगढ़ और राजस्थान के भरतपुर जिला निवासी उन दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया जो दस-दस लाख रुपए में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को पास कराने का ठेका ले रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 47 हजार रुपए, 15 अंक तालिका, पुलिस भर्ती परीक्षा (UP Police Constable Exam) के छह प्रवेश पत्र, तीन मोबाइल और एक कार बरामद हुए हैं। पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटा रही है। एसटीएफ आरोपियों के मोबाइल का डाटा खंगाल रही है।
एसटीएफ ने अभ्यर्थी बन कर किया संपर्क
पुलिस और एसटीएफ (UP STF) ने इन आरोपियों से अभ्यर्थी बनकर संपर्क किया था। ठग 10-10 लाख रुपये में पास कराने का ठेका ले रहे थे। जांच में पता चला है कि उनकी कहीं कोई जुगाड़ नहीं थी, उनका उद्देश्य अभ्यर्थियों को उल्लू बनाकर रकम ऐंठना था। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम करतार सिंह निवासी उद्योग नगर, (भरतपुर) हाल निवासी कृष्णा धाम कालोनी बिचपुरी और टिंकू कुमार निवासी नगला परता, इगलास (अलीगढ़) बताया।
डीसीपी सूरज कुमार राय ने बताया कि पुलिस और एसटीएफ को खबर मिली थी कि अभ्यर्थियों को फोन करके जाल में फंसाया जा रहा है। सूचना के बाद एसटीएफ आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर यतेंद्र शर्मा, इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार को सक्रिय किया गया। उन्होंने अभ्यर्थियों से नंबर लेकर ठगों से खुद अभ्यर्थी बनकर संपर्क किया। ठग इस जाल में फंस गए और पुलिस ने दीवानी चौराहे के पास बुलाकर कार में बैठे दो ठगों को दबोच लिया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनकी कोई जुगाड़ नहीं है। परीक्षा से पहले वह ठगी के लिए यह तरीका अपनाते थे। वह अभ्यर्थियों को अपने जाल में फंसाते थे। उनसे 10 लाख रुपए में परीक्षा पास (Pass UP Police Exam in 10 Lakh) कराने का ठेका लेते थे। बतौर बुकिंग पेशगी में 25 हजार रुपए लेते थे। अभ्यर्थी के मूल प्रमाण पत्र अपने पास लेकर रख लेते थे। इनमें से 3-4 अभ्यर्थी खुद ही पास हो जाते, इनसे वह 10 लाख रुपए वसूल लेते। असफल होने वाले अभ्यर्थी की रकम नहीं लौटाते थे। मूल प्रमाण पत्र पास होने के चलते अभ्यर्थी शिकायत करने नहीं जाते थे।
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें
11IAS के तबादले, डीग सहित चार जिलों के कलक्टर बदले
इलेक्टोरल बॉन्ड असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, SBI से 6 मार्च तक मांगा हिसाब
जब सुप्रीम कोर्ट के वकील ने चलती कार में ही पेश करनी शुरू कर दी दलील, फिर ये हुआ
NPS को लेकर रिपोर्ट तैयार, एक निश्चित पेंशन की गारंटी दे सकती है सरकार
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें