राजस्थान में आसमानी आफत, आकाशीय बिजली गिरने से कोटा और धौलपुर में सात बच्चों की मौत

जयपुर 

 राजस्थान में रविवार को कोटा और धौलपुर में बिजली गिरने से सात मासूम बच्चों की मौत हो गई। धौलपुर जिले में तीन बच्चों के और कोटा में  चार बच्चों की मौत हुई है। ये सभी बच्चे जंगल में मवेशियों को चराने गए थे।

धौलपुर जिले के बाड़ी उपखंड के सदर थाना क्षेत्र के गांव क्षेत्र कुदिन्ना में मानसून के आगमन के साथ ही सात बच्चों की मौत ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं।आकाशीय बिजली गिरने से यहां तीन बच्चों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के अमरसिंह का 15 वर्षीय पुत्र लवकुश और रामवीर का 10 वर्षीय पुत्र विपिन और 8 वर्षीय पुत्र भोलू पशुओं को चराने के लिए गांव से बाहर जंगल में गए थे। जहां एक दीवार के सहारे बैठे हुए थे। अचानक मौसम बदला और बूंदाबांदी के बीच बिजली की तेज गर्जना हुई। देखते ही देखते आकाशीय बिजली ने तीनों मासूम बालकों को अपना शिकार बना लिया। घटना के बाद जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो उन्हें तीनों बालक मृत मिले। घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। गांव में शोक छाया है और हर चेहरा गमगीन दिखाई दे रहा है।

कोटा के कनवास उपखंड क्षेत्र के गरड़ा का टांडा गांव में चार बच्चों की आकाशीय बिजली गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं पेड़ के नीचे छिपे पांच बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। सभी बच्चे बकरियां चराने के लिए जंगल में गए थे। जानकारी के अनुसार, गांव के नौ बच्चे बकरियां चराने गए थे। बारिश से बचने के लिए सभी बच्चे बकरियों को लेकर एक पेड़ के नीचे छिप गए। आकाशीय बिजली गिरने से पेड़ के नीचे बैठे अखराज (13), विक्रम (16), उर्जन (16) व बावला की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य पांच बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए।

वहीं झालावाड़ जिले में आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रहे किसान ताराचंद भील (22) की मौत हो गई। बारां जिले के केलवाड़ा थाना क्षेत्र के बहराई ओड़ाखारा गांव में खेत पर जाते समय किसान पिता – पुत्र पर बिजली गिर गई। घटना में पुत्र दीपक (20) की मौत हो गई है, जबकि पिता लाल्या भील को आकाशीय बिजली के हल्के झटके लगे हैं।




 

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