समायोजित शिक्षाकर्मियों का शिक्षा मंत्री के गृह जिले में पड़ाव, सात फरवरी को बड़ी रैली, पूरे प्रदेश से शिक्षकों को बुलावा भेजा

सीकर

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अनुदानित संस्थाओं से राजकीय सेवा में समायोजित किए गए शिक्षाकर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर अब राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा के गृह जिले सीकर में पड़ाव डाल दिया है और कहा है कि वे तब तक नहीं जाएंगे जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। अब उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के समायोजित शिक्षाकर्मियों को रविवार सात फरवरी के दिन सीकर पहुंचने को कहा है।

 इन समायोजित शिक्षाकर्मियों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी राजस्थान सरकार उन्हें पुरानी पेंशन का लाभ नहीं दे रही। यह लाभ समायोजित शिक्षाकर्मियों को नहीं मिल सके इसके लिए ब्यूरोक्रेट्स राज्य सरकार को बरगला रहे हैं।

सीकर में इस मांग को लेकर कई दिनों  से उनका क्रमिक अनशन चल रहा है। पर अब राजस्थान समायोजित शिक्षाकर्मी संघ ने सीकर में बड़ी रैली करने का तय किया है।

संघ के प्रदेश संरक्षक गोपाल छंगाणी की अध्यक्षता में किए गए इस निर्णय के अनुसार सात फरवरी को सीकर में एक बड़ी  रैली निकालकर जिला कलेकट्रेट पर प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें प्रदेशभर के हजारों समायोजित शिक्षाकर्मी हिस्सा लेंगे। रैली अपराह्न सवा तीन बजे सीकर के जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय बजरंग कांटे से शुरु  होकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचेगी।बैठक में संघ के  प्रदेशाध्यक्ष सरदार सिंह बुगालिया, प्रदेश महामंत्री शिवशंकर नागदा, संयोजक  संचालन समिति यथार्थ खींची, प्रदेश संयोजक अजय पंवार उपस्थित थे।

इधर अनशन भी जारी
समायोजित शिक्षाकर्मियों का सीकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदेश स्तरीय क्रमिक अनशन का सिलसिला भी जारी है। क्रमिक अनशन के चौथे दिन चूरु  एवं भरतपुर जिलें के 51 शिक्षाकर्मी अनशन पर बैठे।

समायोजित शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश उपसभाध्यक्ष एवं संचालन समिति के संयोजक यथार्थ खींची ने अपने उद्बोधन में कहा कि जोधपुर में किए गए अनशन का अंतिम परिणाम समायोजन था और अब शिक्षामंत्री के गृह जिले सीकर से किए जा रहे अनशन की परिणिनिति पुरानी पेंशन लागू किए जाने का आदेश होगा। प्रदेश उपाध्यक्ष डा. प्रभा पारीक ने विश्वास पूर्वक कहा कि शिक्षामंत्री के गृह जिले से किया जा रहा आंदोलन सफल होगा।

शिक्षक संघों और महासंघ का मिला समर्थन

समायोजित शिक्षाकर्मियों के पुरानी पेंशन लागू करवाने के लिए किए जा रहे इस आंदोलन को शिक्षकसंघ शेखावत के सीकर जिलामंत्री नागरमल गढवाल, चूरु जिलामंत्री वेदपाल मलिक, शिक्षकसंघ सियाराम के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार शर्मा, चूरु  जिलामंत्री आनन्द कुमार डांगी और राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ रेसला के चूरू जिलाध्यक्ष रामकुमार खींचड़ ने अपना समर्थन देते हुए आश्वासन दिया कि सभी संगठन इस आंदोलन के साथ खड़े हैं।





 

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