गहलोत कैंप ने CM के लिए दिल्ली दरबार को भेजे 5 नाम, पायलट किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं

जयपुर 

राजस्थान कांग्रेस में मचे सियासी घमासान के बीच अब खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसी भी कीमत पर अपने प्रतिद्वंद्वी पूर्व पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को बख्शने के मूड में नहीं है और आज गहलोत खेमे ने सीम के लिए पांच नाम दिल्ली दरबार यानी सोनिया गांधी को भेजे दिए हैं और साफ़ कहा है कि सीएम बनाना है तो इन पांच में से किसी को बनाओ। सचिन पायलट उन्हें मंजूर नहीं।

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खबर आ रही है कि सीम अशोक गहलोत ने भी इन पांच नामों पर अपनी रजामंदी जाहिर की है। चर्चा है कि गहलोत की सिफारिश के बाद ही इन पांच नामों को सोनिया गांधी के पास भेजा गया है। जिन नामों की सूची गहलोत खेमे की ओर से आलाकमान को भेजी गई है उनके नाम सीपी जोशी, गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा, हरीश चौधरी और भंवर सिंह भाटी हैं।

इस बीच आलाकमान की ओर से पर्यवेक्षक बना कर भेजे गए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। सोमवार को उन्होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी। गहलोत खेमे का कोई विधायक वहां नहीं पहुंचने से दोनों पर्यवेक्षकों को फजीहत हो गई थी। गहलोत खेमे के विधायकों ने बगावती तेवर अपनाकर तब शांति धारीवाल के घर पर अलग से मीटिंग कर आलाकमान को खुली चुनौती दी थी। दोनों पर्यवेक्षकों ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए इसकी रिपोर्ट आलाकमान को देने की बात कही है।

सूत्रों ने बताया कि आज मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के दिल्ली रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनसे एक निजी होटल में मुलाकात भी की। और अपने मन की बात बताई। चर्चा है कि गहलोत ने साफ कह दिया है कि उन्हें पायलट मंजूर नहीं है। गहलोत ने सीएम के लिए 5 नामों की सिफारिश की है। अब दोनों पर्यवेक्षक सोनिया गांधी को राजस्थान की घटनाक्रम से अवगत कराएंगे।

आपको बता दें  वर्ष 2020 में सचिन पायलट की बगावत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी खतरे में आ गई थी। तब गहलोत अपनी राजनीतिक कुशलता से कुर्सी बचा ली थी, लेकिन वर्तमान में गहलोत और पायलट के बीच पैदा हुई कड़वाहट ने अब यह साफ कर दिया है कि सीएम गहलोत, सचिन पायलट को रोकने के लिए किसी भी हद से गुजरने को तैयार हैं। यहां तक कि गहलोत ने अपने 50 सालों के राजनीतिक करियर को भी दांव पर लगा दिया है।

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