पानी की कमी से भरतपुर के उद्योग बंद, फसल की उपज भी नहीं मिल रही: किशोर शर्मा

भरतपुर 

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय दर्जा नहीं देने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के प्रति गहरी नाराजगी जताई है। कांग्रेस नेता किशोर शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चुनावी वादा तुरंत पूरा करने की मांग करते हुए कहा है कि इस वादाखिलाफी से एक करोड़ से अधिक जनता प्रभावित हो रही है। उद्योग बंद हो रहे हैं। पानी की कमी से फसल की उपज नहीं मिल रही है। रोजगार नहीं होने से जनता पलायन कर रही है।

किशोर शर्मा, कांग्रेस नेता

कांग्रेस नेता किशोर शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को शीघ्र राष्ट्रीय दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह आपसी राजनीति का विषय नहीं है। यह मसला राष्ट्रीय हित का है जिसे अतिशीघ्र राष्ट्रीय दर्जा देकर इस पर काम शूरू करना चाहिए।

शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनावों में ईआरसीपी को राष्ट्रीय दर्जा देने का वादा किया था। इस योजना से राज्य के 13 जिलों को कृषि,औद्योगिक लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि इन राज्यों की लगभग एक करोड़ से अधिक जनसंख्या पानी की कमी से परेशान है। इलाके में पानी के अभाव का असर सबसे अधिक भरतपुर जिले पर पड़ा है। इलाके की नदियों बाण गंगा, पाचना, गिर्राज कैनाल, यमुना नदी सूखे वी पड़े है। कई वर्षों से इन नदियों में पानी की एक बूंद नहीं आई है। हरियाणा और उत्तरप्रदेश की सीमा से सटे होने के बावजूद भरतपुर के जलाशयो का जलस्तर नीचे आ गया है। कई इलाके डार्क जोन में आ गए है। पानी की कमी से खेतो में फसल में कमी आ रही है।

पिछले 6 साल में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में भरतपुर मुख्यालय पर स्थित 26 से अधिक इंडस्ट्रीज बंद हो गई है। सिमको वैगन फैक्ट्री,डालमिया डेयरी , चिनार, पाइप फैक्ट्री सहित कई बड़े उद्योग बंद हो गए है। क्षेत्र में बेरोजगारी का आलम होने से लोग पलायन करने लगे है। बेरोजगारी के चलते अपराधिक घटनाएं भी बढ रही है।

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