आदर्श क्रेडिट सोसायटी का घोटाला : मैनेजर और निदेशकों के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज

जयपुर


21 लाख निवेशक हैं प्रभावित, जमा पूंजी वापस पाने के लिए खा रहे हैं दर-दर की ठोकरें, नहीं हो रही कहीं सुनवाई 


आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के 14 हजार करोड़ के घोटाले के मामले में एक और मुकदमा उसके निदेशक और मैनेजरों के खिलाफ दर्ज किया गया है। यह मुक़दमा  जयपुर के सांगानेर थाने में दर्ज हुआ है। इसमें हजारों रुपए निवेश करवाने और बाद में उन्हें नहीं देने की शिकायत दर्ज करवाई है। मामला दर्ज होने के बाद सांगानेर पुलिस अब पूछताछ़ में जुटी है। मुकदमा जयपुर के रजनी विहार में रहने वाले अभिनव शर्मा ने दर्ज करवाया है। इसमें बताया गया कि कोऑपरेटिव सोसायटी के मुकेश मोदी, राहुल मोदी सहित अन्य लोगों ने उसकी मां मधु शर्मा और कृतिका शर्मा को सोसायटी में निवेश का झांसा दिया। इस दौरान हजारों रुपए निवेश करवाने के बाद तीन बॉन्ड दिए और कहा कि एक निश्चित समय में लाभांश के साथ निवेश की राशि वापस लौटा दी जाएगी। अब न तो निवेश की राशि लौटाई गई और न ही लाभांश दिया गया।

एसओजी कर रही है घोटाले की जांच
आदर्श क्रेडिट सोसाइटी के फ्रॉड का मामला 14 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है। इससे 21 लाख निवेशक प्रभावित हैं। कहीं से उनको किसी तरह की राहत नहीं मिल रही कि आखिर उनकी गाढ़ी कमाई का पैसा कब वापस किया जाएगा। इस उम्मीद में कई निवेशक दिवंगत हो गए और कई आत्महत्या कर चुके हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस और एसओजी कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पर बात इससे ज्यादा आगे नहीं बढ़ रही। इस सोसायटी ने देश के 28 राज्यों में 806 शाखाएं खोलीं। इनमें से 309 राजस्थान में थीं। सोसायटी की ओर से लोगों को झांसा दिया जाता था कि उनकी निवेश की हुई रकम कंपनियों व लोगों को ऊंची ब्याज दर पर लोन के रूप में दी जा रही है। इस झांसे में आकर 8 साल में देश के करीब 21 लाख लोगों ने 14800 करोड़ रुपए का निवेश सोसाइटी में किया था। इनके संचालकों ने रिश्तेदारों के नाम पर ही 45 फर्जी कंपनियां खोलीं और सोसाइटी में निवेश की गई रकम में से 12414 करोड़ रुपए इन्हीं फर्जी कंपनियों को बतौर लोन देना दर्शा दिया। सोसाइटी में लगे लोगों के पैसे से संचालकों ने पूरे देश में संपत्ति खरीदी।