बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र में निधन। विले पार्ले में अमिताभ, सलमान, आमिर व अक्षय की मौजूदगी में अंतिम संस्कार। PM मोदी ने शोक जताया।
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मुम्बई
हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ और लाखों दिलों की धड़कन धर्मेंद्र आज 89 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। सुबह-सुबह खबर बाहर आई और कुछ ही घंटों में विले पार्ले श्मशान घाट पर बॉलीवुड का लगभग पूरा कुनबा पहुंच चुका था। सफेद साड़ियों में हेमा मालिनी और ईशा देओल, भारी भीड़ में चुपचाप खड़ी दिखीं। बड़े बेटे सनी देओल ने पिता को मुखाग्नि दी—भीड़ बिल्कुल शांत थी, बस एक युग के खत्म होने का भारीपन हवा में टंगा हुआ।
अमिताभ, सलमान, आमिर, अक्षय—सितारों की लम्बी कतार
अंतिम यात्रा के दौरान अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन सबसे पहले पहुंचे। थोड़ी देर बाद सलमान खान, आमिर खान और अक्षय कुमार भी विले पार्ले पहुंचे। शांत चेहरों पर पुराने समय की यादों का बोझ साफ दिख रहा था।
पीएम मोदी का शोक संदेश: ‘एक युग का अंत…’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा—
“धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत है… वे सादगी, विनम्रता और गर्मजोशी के प्रतीक थे… मेरी संवेदनाएं परिवार और उनके असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं। ॐ शांति।”
लंबे समय से स्वास्थ्य खराब, ब्रीच कैंडी में भर्ती थे
धर्मेंद्र कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। 10 नवंबर को उन्हें अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई, जिसके बाद उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया। 12 नवंबर को डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया और आगे का इलाज घर पर करने की सलाह दी। जुहू स्थित देओल बंगले में बेटे सनी देओल दिन-रात उनके साथ ही रहते थे। पहली पत्नी प्रकाश और उनसे हुई बेटियां भी उन्हीं के पास थीं। हालांकि घर पर विशेष चिकित्सा व्यवस्था की गई थी, लेकिन उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता गया।
करण जौहर का इमोशनल पोस्ट
फिल्ममेकर करण जौहर ने इंस्टाग्राम पर लिखा—“यह एक युग का अंत है… एक मेगा स्टार… एक रहस्यमयी स्क्रीन प्रेज़ेंस… भारतीय सिनेमा के असली लेजेंड हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे…”
300 से ज़्यादा फिल्में—शोले से धरम वीर तक
धर्मेंद्र का करियर लगभग छह दशकों से भी ज्यादा लंबा रहा। 300 से अधिक फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया, जिनमें ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘सीता और गीता’, ‘धरम वीर’, ‘फूल और पत्थर’, ‘अनुपमा’, ‘यादों की बारात’ जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।
उनका डायलॉग—
“बसंती, इन कुत्तों के आगे मत नाचना!”
आज भी बॉलीवुड का सबसे ज्यादा दोहराया जाने वाला वाक्य माना जाता है।
89 की उम्र में भी एक्टिव—अंतिम फिल्म 25 दिसंबर को
इतनी उम्र में भी धर्मेंद्र कैमरे से दूर नहीं थे। हाल ही में वे ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ और ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में नजर आए थे। उनकी आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ 25 दिसंबर को रिलीज होनी है, जिसमें वे अमिताभ के नाती अगस्त्य नंदा के साथ दिखाई देंगे। दुर्भाग्य यह कि रिलीज से पहले ही वह दुनिया छोड़कर चले गए।
पद्म भूषण से सम्मानित—सिनेमा के अमर नायक
2012 में धर्मेंद्र को भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था। शानदार अभिनय, जमीन से जुड़ा स्वभाव और एक अलग ही स्क्रीन प्रेज़ेंस—इन्हीं तीन गुणों ने उन्हें हिंदी सिनेमा के सबसे महान कलाकारों की सूची में हमेशा के लिए दर्ज कर दिया।
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