एम्स्टर्डम (नीदरलैंड)
कोरोना के बावजूद नीदरलैंड के प्रवासी भारतीयों अपने भारतीय पर्वों को मनाने को लेकर उत्साह में कोई कमी नहीं देखी गई। प्रवासी भारतीयों ने नीदरलैंड सरकार के सभी कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए होली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस दौरान उनमें भारतीय संस्कृति के प्रति पूरा लगाव देखा गया। उन्होंने अपनी संस्कृति और परम्पराओं के अनुसार होली का पर्व मनाया।
इस बार कोरोना के चलते नीदरलैंड में सामूहिक रूप से सार्वजानिक स्थान पर कोई भी पर्व या उत्सव मनाने की इजाजत नहीं थी। इसलिए प्रवासी भारतीयों ने अपने घरों के आंगन में ही अलग-अलग होलिका का दहन किया। नीदरलैंड की राजधानी एम्स्टर्डम में निवास कर रहे प्रवासी भारतीय कार्तिक और उनकी पत्नी शिखा व्यास अपने बच्चों सौमिल और केशवी व्यास के साथ होली का पर्व मनाते समय बड़े खुश नजर आए। उन्होंने ‘नई हवा’ को बताया कि कोरोना से पहले सभी भारतीय सामूहिक रूप से होली मनाते थे और सरकार से अनुमति लेकर होलिका का दहन करते थे। साथ में सभी अपने-अपने घरों से कोई न कोई व्यंजन आदि बनाकर लाते थे और फिर सामूहिक रूप से भोजन करते थे। बच्चों के दादा डा.विनोद व्यास ने बताया कि बच्चों को कई दिन पहले से ही होली के पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है और प्लानिंग करते रहते हैं।
इस बार कोरोना के कारण प्रवासी भारतीय सामूहिक रूप से तो होली नहीं मना सके, लेकिन अपने घरों में भी होली मनाने को लेकर बच्चों और बड़ों के उत्साह में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं थी। बच्चों और बड़ों ने एक दूसरे को गुलाल लगाई और व्यंजन भी परोसे गए।