भुट्टा पकाते समय घर में लगी आग, जिंदा जले एक ही परिवार के 6 मासूम

अररिया (बिहार) 

बिहार के अररिया जिले के पलासी प्रखंड के कबैया गांव से दिल दहलाने वाली खबर आई है। इस गांव में भुट्टा पकाते समय आग लगाने से एक ही परिवार के भाई-बहन समेत छह बच्चे जिंदा जल गए। आग 30 मार्च को दोपहर में भुट्टा पकाते समय निकली चिंगारी से एक घर में लगी। जानकारी के अनुसार ये बच्चे फूस के बने घर में लोगों से छिपकर भुट्टा (Corn) पका रहे थे। इसी दौरान उड़ी चिंगारी से घर में आग लग गई। बच्चों को घर से निकलने का मौका तक नहीं मिल सका। जब तक बच्चों का शोर सुनकर लोग पहुंचते तब तक वे सभी आग में जिंदा जल गए। घटना में किसी भी बच्चे को बचाया नहीं जा सका। घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई है।पास में ही मवेशियों का सूखा चारा रखा था। जिसमें चिंगारी से आग लग गई। दूसरे बच्चे चीखे तो परिवार वाले मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

शवों को त्रिपाल से दहकते हुए ग्रामीण

गांव में मातम पसरा
मृतकों में युनुश का 5 वर्षीय बेटे अशरफ और 3 वर्षीय बेटी गुलनाज, मंजूर का 6 वर्षीय बेटा दिलवर, फारूक का 4 वर्षीय बेटा बरकस, मतीन का पांच वर्षीय बेटा अली हसन और तनवीर का 5 वर्षीय बेटा खुसनिहार शामिल है। सूचना के बाद मौके पर एसपी हृदयकान्त, एसडीपीओ पुष्कर कुमार समेत एसडीओ और पलासी थाना पुलिस मौके पर पहुंची है। मामले की जांच की जा रही है। इस दर्दनाक घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। चारों ओर कोहराम मचा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सभी बच्चों का परिवार मजदूरी करता है। आग में मारे गए एक बच्चे अली हसन के चाचा नय्यर ने बताया कि अचानक आग भड़क गई। आग इतनी तेज थी कि लोगों को पता भी नहीं चल पाया कि अंदर कितने बच्चे हैं। जब आग बुझाई गई, तब सभी को घर में 6 बच्चों की मौजूदगी के बारे में जानकारी मिली। जिस समय उन्हें निकाला गया, तब सभी बच्चे झुलस चुके थे।

 

मृत बच्चों के परिजन को 4-4 लाख का मुआवजा
पुलिस ने बताया कि जिस घर में आग लगी, वह मंजूर अली का था और उसके बच्चे दिलबर की भी इस हादसे में मौत हो गई है। मृत बच्चों के परिजन को 4-4 लाख रु मुआवजा दिया जाएगा। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।