हम कहीं गिर न जाएं, इसलिए
वो हमारी उंगली पकड़े होती है।
अगर हम खाना न खाएं
तो खुद भूखी सो रही होती है।
और तो और
कहीं हम गंदगी कर दें तो
वो उसे भी धो रही होती है।
आखिर वो मां होती है।। -3
जब हम बड़े होते हैं और,
कहीं रोजगार पर लगते हैं तो
वो मोहल्ले में मिठाई
बांट रही होती है।
और मन के किसी कोने में
अपनी बहू के सपने
देख रही होती है।
आखिर वो मां होती है।। -4 =2
क्यूं की मां तो मां होती है =2