अब वैक्सीनेशन सेंटर पर बताना होगा OTP, यहां जानिए कोविन पोर्टल पर और क्या हुआ बदलाव

नई दिल्ली 

कोरोना टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल को अब पहले से ज्यादा सुरक्षित बना दिया गया है। गड़बड़ियों की शिकायत मिलने के बाद कोविन पोर्टल में बदलाव किया गया है। इनमें कई खामियों को दूर करते हुए वहीं कुछ ऐसी सुविधाएं भी दी गई हैं, जिससे लोगों का काम आसान होगा। कोविन पोर्टल पर सबसे बड़ा बदलाव यह किया गया है कि अब रजिस्ट्रेशन के बाद जब आपका वैक्सीन लगवाने का नंबर आएगा तो एक चार अंक का सिक्योरिटी कोड देना होगा। इसके बगैर आपको टीका नहीं लग पाएगा।
यानी अब वैक्सीनेशन सेंटर पर  वैक्सीनेशन तब लगाई जाएगी जब आप वहां OTP बताएंगे। इससे ये वेरिफाई किया जाएगा कि ये अपाइंटमेंट आपने ही लिया था। ऑनलाइन पंजीकरण कराने के बाद वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं पहुंचने के बावजूद टीका लगा हुआ दिखाया जा रहा है। इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए नेशनल हेल्थ अथारिटी ने ऑनलाइन पंजीकरण कराने वालों की सत्यता सुनिश्चित करने के लिए ओटीपी को अनिवार्य बना दिया है।
यह बदलाव इसलिए करना पड़ा क्योंकि ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि कई लोग अपॉइंटमेंट लेने के बाद भी किसी कारणवश वैक्सीन लगवाने नहीं जा पाए, पर उनके पास भी वैक्सीन लगने का मैसेज आ गया था। उन्हें वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र भी जारी हो गया था। मंत्रालय का कहना है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वैक्सीन लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने गलती से ऐसे लोगों को भी वैक्सीन लगने की पुष्टि कोविन पोर्टल पर कर दी।

कोड पर ही मिलेगा सर्टिफिकेट
चार अंकों का यह सिक्योरिटी कोड अपॉइंटमेंट एकनॉलेजमेंट स्लिप पर भी प्रिंट किया जाएगा, लेकिन इसकी जानकारी वैक्सीनेटर या ऑपरेटर को नहीं होगी। अपॉइंटमेंट मिल जाने के बाद इस कोड को यूजर के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए भी भेजा जाएगा। वैक्सीनेशन सेंटर पर कोड दिखाने के बाद टीका लग जाएगा। पोर्टल पर कोड की एंट्री के बाद ही डिजिटल सर्टिफिकेट जेनेरेट होगा। इसके बाद आपको एक मैसेज आएगा कि आपका टीकाकरण सफलतापूर्वक हो गया है। अगर आपको मैसेज नहीं आता है तो आपको सेंटर पर बताना होगा।

अब यह हुआ है बदलाव
अब वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के बाद अगर आप अपॉइंटमेंट बुक करते हैं तो आपके मोबाइल नंबर पर 4 अंकों का एक OTP आएगा। इस OTP को आपको वैक्सीनेशन सेंटर पर दिखाना होगा। इससे ये वेरिफाई हो सकेगा कि ये अपाइंटमेंट आपने ही बुक किया था। इसके साथ ही इससे वैक्सीनेशन के डाटा में भी गड़बड़ी नहीं होगी। 8 मई से यह व्यवस्था लागू हो गई है। इसके बाद बिना कोड के टीका नहीं लग पाएगा। कोविन सिस्टम पर लागू किया नया फीचर सिर्फ उन लोगों के लिए होगा, जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की है।

कोविन पोर्टल पर यह भी जुड़े फीचर
कोविन पोर्टल पर और भी बदलाव किए गए हैं। कोविन पोर्टल के डैशबोर्ड पर अपॉइंटमेंट लेने के लिए पिनकोड या जिला एंटर  करने के बाद 6 नए ऑप्शन ओपन खुलेंगे। इनमें से आप एज ग्रुप (18+ या 45+), वैक्सीन का प्रकार (कोवीशील्ड या कोवैक्सिन), फ्री या पेड वैक्सीन चुन सकेंगे। इस बदलाव से पहले वैक्सीन लगवाने के बाद मैसेज आने पर पता चलता था कि आपको कौन सी वैक्सीन लगाई गई है। लेकिन इस सुविधा के जरिए आपको सारी जानकारी पहले ही मिल जाएगी। काफी लोग यह मांग कर रहे थे कि  उन्हें वैक्सीन चुनने का अधिकार दिया जाए। इसके बाद ही ये बदलाव किया गया है। अब आपको कब, कहां और कौन सी वैक्सीन लगवानी है, उसकी जानकारी पहले से ही मिल जाएगी और उस हिसाब से आप अपने लिए स्लॉट बुक कर पाएंगे।




 

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