वीर सावरकर पर अपमानजनक लेख के लिए ‘द वीक’ ने मांगी माफी

नई दिल्ली। न्यायिक प्रक्रिया में अपने को फंसता देख आख़िरकार मलयालम मनोरमा कं.लि की द वीक मैगजीन ने स्वातंत्र्यवीर सावरकर पर लिखे गए अपमानजनक लेख …

यह है शोक स्थान, यहां मत शोर मचाना…

आज से 101 वर्ष पूर्व 13 अप्रेल, 1919 को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के निकट, जलियांवाला बाग में रॉलेट एक्ट का शांतिपूर्ण विरोध करने हेतु, एक सभा…

विश्व की प्राचीनतम कालगणना और हमारा नव संवत्सर

कालातीत चिंतन तो बुद्धि के सामर्थ्य से परे की बात है क्योंकि काल के नियंता तो महाकाल शिव हैं। अतः काल विद्या के गुरु भी महाकाल शिव ही हुए। महाकाल के…

अनूठे थे भरतपुर की रियासतकालीन होली के नज़ारे

भरतपुर में रियासत काल के दौरान होली के जो नजारे नजर आते थे वह अब गुजरे जमाने की बातें हो चुकी हैं। उस समय स्वयं भरतपुर महाराज लोगों के बीच रंग उड़ेलते निकलते थे और …

राजस्थान के पूर्वी सिंहद्वार का सजग प्रहरी भरतपुर

भरतपुर बृज संस्कृति की समृद्धि और विकास…

कूटनीतिज्ञ और कला प्रेमी रहीं भरतपुर की महारानियां

भरतपुर के महाराजा ही नहीं, बल्कि इस रियासत की महारानियां भी कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ …

17वीं शताब्दी का कंबोई का भव्य पार्श्वनाथ जिनालय

कंबोई स्थित पार्श्वनाथ जिनालय तीर्थ की सात फणों से युक्त प्रतिमा…

सफेद महल और केसर की क्यारियां, सरकार का नहीं है संवारने पर ध्यान

नैसर्गिक सौन्दर्य से कश्मीर घाटी की मानिद जयपुर के आमेर महल और भरतपुर के वैर कस्बे के सफेद महल के पार्श्व में केशर उगाने के प्रयास भले ही सफल नहीं हो पाए लेकिन …