रेलवे के इन लाखों कामगारों का बढ़ा महंगाई भत्ता, 4 फीसद से ज्‍यादा की हुई बढ़ोतरी

नई दिल्ली 

Indian Railways ने अपने यहां काम करने वाले लाखों कामगारों (Contractual Workers) के महंगाई भत्ते (Variable Dearness Allowance) को बढ़ा दिया है। उनके महंगाई भत्‍ते में यह बढ़ोतरी 4.26 फीसदी की हुई है।

1 अक्‍टूबर 2021 से होगा लागू
इन कामगारों का पहले यह महंगाई भत्ता 340.95 फीसदी था। अब यह बढ़कर 345.21 हो गया है। रेल मंत्रालय ने इस बढ़ोतरी को 1 अक्‍टूबर 2021 से लागू करने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड ने अपने आदेश में कहा है कि इस बढ़ोतरी को तत्‍काल प्रभाव से देशभर के सभी जोन लागू करें। लेटर रेलवे की इकाइयों को संबोधित किया गया है। डायरेक्‍टर (Estt) प्रवीण कुमार के मुताबिक रेलवे की 9 इकाइयों में ये कामगार काम करते हैं। उनके VDA में बढ़ोतरी की गई है।

रेलवे इन 9 इकाइयों के कामगारों को होगा फायदा

  • All Indian Railways and Production Units
  • Metro Railway/Kolkata, CORE/Prayagraj
  • The CAO (Construction), All Indian Railways
  • The Director General, RDSO/Lucknow
  • The DG/Railway Staff College, Vadodara
  • The DGs/IRICEN, IRIEEN, IRISET, IRIMEE, IRITM
  • The CAO, COFMOW, Tilak Bridge, New Delhi
  • The CAO, Rail Coach Factory/Raebareli
    The CAO, Rail Wheel Plant, Bela

यहां काम करने वाले कामगारों को होगा फायदा
जो लेबर जिप्सम माइन्स, क्ले माइन्स, मैग्नेसाइट माइन्स, चाइना क्ले माइन्स, क्‍यानाइट माइन्स, कॉपर माइन्स, क्ले माइन्स, मैग्नेसाइट माइन्स, व्हाइट क्ले माइन्स, स्टोन माइन्स, स्टीटाइट माइन्स (सोप स्टोन्स और टैल्क बनाने वाली खदानों सहित), गेरू माइन्स, एस्बेस्टस माइन्स , फायर क्ले माइन्स, क्रोमाइट्स माइन्स, क्वार्टजाइट माइन्स, क्वार्ट्स माइन्स, सिलिका माइन्स, ग्रेफाइट माइन्स, फेलस्पर माइन्स, लेटराइट माइन्स, डोलोमाइट माइन्स, रेड ऑक्साइड माइन्स, वोल्फ्राम माइन्स, आयरन ओर माइन्स, ग्रेनाइट माइन्स, रॉक फॉस्फेट माइन्स, हेमेटाइट माइन्स मार्बल और कैल्साइट खदानें, यूरेनियम खदानें, अभ्रक खदानें, लिग्नाइट खदानें, बजरी खदानें, स्लेट खदानें और मैग्नेटाइट खदानें में काम करते हैं, उनका VDA बढ़ा है।

इसी तरह सड़कों या रनवे का निर्माण या रखरखाव या भवन संचालन में अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिक, वायरलेस, रेडियो, टेलीविजन, टेलीफोन, टेलीग्राफ और ओवरसीज कम्युनिकेशन केबल और इसी तरह के अन्य अंडरग्राउंड केबलिंग कार्य में लगे लेबर। इसके अलावा इलेक्ट्रिक लाइन, वाटर सप्लाई लाइन और सीवरेज पाइप लाइन बिछाने सहित दूसरे काम वालों को फायदा होगा।

माल शेड, रेलवे के पार्सल कार्यालयों, अन्य माल-शेड, गोदामों, गोदामों और अन्य समान रोजगार में लोडिंग और अनलोडिंग; डॉक्स और बंदरगाह और हवाई अड्डों पर यात्रियों के सामान और कार्गो (अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों) में लगे Contractual Workers फायदा पाएंगे।

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