‘5G युक्त’ ओर भारत ने बढ़ाए कदम, Google-Jio लाया दुनिया का सबसे सस्ता 4G स्मार्टफोन

नई दिल्ली 

 रिलायंस ने गूगल-जियो के सस्ते स्मार्टफोन JioPhone Next का ऐलान कर दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं सालाना आम सभा में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस फोन की घोषणा की। कंपनी ने इस फोन को खासतौर से भारतीय यूजर्स के लिए लॉन्च किया है। कंपनी की कोशिश है कि वह इस स्मार्टफोन के जरिए 2G यूजर्स को अपने 4G नेटवर्क से जोड़े और उन्हें इंटरनेट ऐक्सेस ऑफर करे। गूगल और Jio का यह नया फोन 10 सितंबर को  गणेश चतुर्थी के मौके पर बाजार में आएगा। इसके साथ ही रिलायंस ने भारत को ‘5G युक्त’ देश बढ़ने की ओर  भी कदम बढ़ा दिए हैं। मुकेश अंबानी ने 44वीं सालाना आम सभा में 5G को लेकर अब तक हुई प्रगति और भविष्य की योजना के बारे में भी बताया।

अंबानी ने रिलायंस जियो और गूगल की साझेदारी में बने नए स्मार्टफोन जियोफोन नेक्स्ट की घोषणा करते हुए बताया कि नया स्मार्टफोन जियो और गूगल के फीचर्स और ऐप्स से लैस होगा। एंड्रायड बेस्ड इस स्मार्टफोन का ऑपरेटिंग सिस्टम जियो और गूगल ने मिलकर तैयार किया है। मुकेश अंबानी ने ऐलान किया कि नया स्मार्टफोन आम आदमी की जेब के लिहाज से बनाया गया है। यह बेहद किफायती होगा और 10 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी से बिक्री शुरू होगी। अंबानी ने कहा कि देश को 2G मुक्त 5G युक्त बनाना हमारा लक्ष्य है। 

अत्याधुनिक स्टैंडअलोन 5G तकनीक को विकसित करने में बढ़त बनाई
मुकेश अंबानी ने 5जी प्रोग्राम पर बोलते हुए कहा, ‘Jio भारत को 2G मुक्त बनाने के साथ- साथ 5G युक्त भी बनाएगा।’ मुकेश अंबानी ने भरोसा जताया है कि देश में 5जी की शुरुआत रिलायंस जियो (Reliance Jio) ही करेगी। रिलायंस जियो ने अत्याधुनिक स्टैंडअलोन 5G तकनीक को विकसित करने में जबरदस्त बढ़त हासिल की है, जो वायरलेस ब्रॉडबैंड के लिए बड़ी छलांग है। मुकेश अंबानी ने बताया कि 5जी परीक्षणों के दौरान जियो ने सफलतापूर्वक 1 GBPS से अधिक की स्पीड पाई है। जियो के ‘मेड इन इंडिया’ सॉल्युशन को मुकेश अंबानी ने विश्व स्तर का बताया। जियो दिल्ली, मुंबई समेत कई शहरों में 5जी तकनीक का परीक्षण कर रही है।

4जी से 5जी में आसानी से होगा अपग्रेडेशन
मुकेश अंबानी ने बताया कि पूरे देश में फैले डेटा सेंटर्स पर 5जी स्टैंडअलोन नेटवर्क को इंस्टॉल कर दिया गया है और रिलायंस जियो के मजबूत नेटवर्क आर्किटेक्चर की वजह से 4जी से 5जी में आसानी से अपग्रेडेशन किया जा सकता है। हेल्थकेयर, शिक्षा, मनोरंजन, रिटेल और अर्थव्यवस्था के लिए जियो बेहतरीन ऐप्लीकेशन विकसित करेगी। जियो भारत को 5G विकास और निर्यात का एक वैश्विक केंद्र बनाने की कोशिश करेगी। एक बार जब जियो का 5G सॉल्युशन भारत के स्तर पर सफल हो जाता है, तो उसे दुनिया भर के अन्य देशों में निर्यात की संभावनाएं बनेंगी।

इस खास मौके पर गूगल के सुंदर पिचाई ने बोलते हुए कहा, ‘गूगल क्लाउड और Jio के बीच यह नई साझेदारी भारत के करोड़ों उपभोक्ताओं को बेहतर 5जी सुविधाएं प्रदान करेगी। यह नई साझेदारी भारत के डिजिटलाइजेशन को नए स्तर पर ले जाएगी।

5 हजार से कम हो सकती है जियोफोन नेक्स्ट की कीमत
जियोफोन नेक्स्ट की कीमत के बारे में कंपनी ने फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि, कंपनी इसे सस्ता और किफायती स्मार्टफोन बता रही है और इसी से अंदाज से इसे लॉन्च किया गया है। इसकी कीमत 3.5 हजार से 5 हजार रुपए  के बीच हो सकती है।

जियो-गूगल का ऐंड्रायड बेस्ड स्मार्टफोन जियोफोन-नेक्स्ट गेम चेंजर साबित हो सकता है। इसे  भारतीय बाजार के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है। स्मार्टफोन में बेहतरीन कैमरा और एंड्रायड अपडेट भी मिलेंगे। फुली फीचर्ड इस स्मार्टफोन को मुकेश अंबानी ने भारत का ही नहीं दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बताया। यह उन 30 करोड़ लोगों की जिंदगी बदल सकता है जिनके हाथ में अभी भी 2G मोबाइल सेट हैं। तेज स्पीड बढ़िया ऑपरेटिंग सिस्टम और किफायती दाम के दम पर जियो-गूगल का नया स्मार्टफोन करोड़ों नए ग्राहकों से रिलायंस जियो की झोली भर सकता है।

जियो फोन नेक्स्ट के फीचर और स्पेसिफिकेशन
किफायती होने के बावजूद जियो-गूगल का नया स्मार्टफोन JioPhone Next बेस्ट-इन-क्लास फीचर्स से लैस है। कंपनी इस फोन में वॉइस असिस्टेंट, ऑटोमैटिक रीड-अलाउड ऑफ स्क्रीन टेक्स्ट, लैंग्वेज ट्रांसलेशन, AR फिल्टर्स के साथ स्मार्ट कैमरा जैसे धांसू फीचर दे रही है। फोन के लिए गूगल ने ऐंड्रॉयड का खास ऑपरेटिंग सिस्टम डिवेलप किया है।

रिलायंस के निदेशक मंडल में शामिल होंगे सऊदी अरामको के चेयरमैन
रिलायंस ने ओ2सी बिजनस के लिए सऊदी अरामको को स्ट्रैटजिक पार्टनर बनाया है। सऊदी अरामको के चेयरमैन और वहां के प्रमुख संपत्ति कोष पीआईएफ के प्रमुख यासिर ओथमान अल-रुमायन रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल में बतौर स्वतंत्र निदेशक शामिल होंगे। उनकी नियुक्ति दोनों पक्षों के बीच 15 अरब डॉलर के सौदे के पूरा होने से पहले हुई है।

दो वर्ष पहले अंबानी ने कंपनी की तेल-रसायन (ओ2सी) इकाई में सऊदी अरामको को 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना की जानकारी दी थी। हार्वर्ड विश्विद्यालय से पढ़े 51 वर्षीय अल-रुमायन 92 साल के योगेंद्र पी त्रिवेदी की जगह लेंगे। अंबानी ने ओ2सी कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के बारे में कहा कि सौदा इस साल पूरा हो जाने की उम्मीद है। मुकेश अंबानी ने नाम का ऐलान करते वक्त कहा, ‘मैं यासिर-अल-रुमायन का रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड का हिस्सा होंगे। यासिर-अल-रुमायन के बोर्ड से जुड़ने से रिलायंस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगा।’




 

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