आप भी बिजली बेच कर ऐसे कर सकते हैं कमाई

आप भी घर में बिजली बना कर उसे बेचकर कमाई कर सकते हैं। राजस्थान में बिजली विभाग ने अपने उपभोक्ताओं के लिए  यह सुविधा शुरू कर रखी है। इसके लिए आपको अपनी जरूरत के हिसाब से एक सौर-पैनल लगवाना होगा।

आप भी घर में बिजली बना कर उसे बेचकर कमाई कर सकते हैं। राजस्थान में बिजली विभाग ने अपने उपभोक्ताओं के लिए  यह सुविधा शुरू कर रखी है। इसके लिए आपको अपनी जरूरत के हिसाब से एक सौर-पैनल लगवाना होगा। इससे आपको सस्ती बिजली मिलेगी ही। साथ ही सरकारी बिजली कंपनियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। रोज-रोज पॉवर कट से निजात मिल जाएगी। यही नहीं आप अपनी बची हुई बिजली को सरकारी बिजली कंपनी को वापस बेच भी सकेंगे। सूरज की रोशनी से पैदा इस बिजली का उत्पादन कर आप प्रदूषण नियंत्रण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं। वहीं सरकारी बिजली कंपनियों को फायदा यह होगा कि उनकी छीजत में कमी आ जाएगी। दूसरे कई राज्यों ने भी ऐसी योजना चला रखी है। यदि आप सौर-पैनल लगवाते हैं तो सरकार आपको इस पर सब्सिडी भी देगी। सौर-पैनल आप अपने घर ,ऑफिस या इण्डस्ट्रीज में कहीं भी लगवा सकते हैं।

सौर पैनल के लिए ऐसे करें आवेदन  

    • उपभोक्ता को अपने इलाके के एईएन ऑफिस में आवेदन करना होगा। उस ऑफिस से एक कर्मचारी आएगा और लोड  की पूरी जानकारी लेकर आपकी फाइल को अप्रूवल के लिए आगे बढ़ाएगा ।

    • इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।
    • आपने पहले से ही जितने किलोवाट का कनेक्शन ले रखा है उसके अस्सी फीसदी लोड पर ही सोलर पैनल का कनेक्शन मिलेगा।

    • उपभोक्ता जितनी बिजली उपभोग करेगा , यदि इसके बाद भी बिजली बच जाती है तो वह बची बिजली को सरकारी बिजली कंपनी को बेच सकता है। बदले में सरकारी कंपनी उस उपभोक्ता को प्रति यूनिट 3.14 रुपए के हिसाब से भुगतान करेगी।

सिस्टम ऐसे करेगा काम

एक नेट मीटर लगाया जाएगा। इसमें उपभोक्ता के घर में लगे सोलर पैनल से उत्पादित और सरकारी बिजली कंपनी द्वारा सप्लाई की जा रही बिजली का पूरा हिसाब दर्ज होगा। यदि उपभोक्ता अपनी उत्पादित बिजली से ज्यादा खर्च करता है तो वह सरकारी कंपनी को भुगतान करेगा और यदि उसके सोलर पैनल से खुद के खर्च से ज्यादा बिजली का उत्पादन हो रहा है तो इस अतिरिक्त बिजली का पैसा 3.14 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से सरकारी कंपनी उसको भुगतान करेगी।


कितनी मिलेगी सब्सिडी ?

एक किलोवाट के सोलर पैनल पर करीब 32 हजार रुपए खर्चा आता है । तीन किलोवाट तक 40 प्रतिशत और इससे अधिक किलोवाट के सोलर पैनल लगवाने पर बीस फीसदी सब्सिडी सरकार देती है।


सोलर पैनल की देखरेख की मिलेगी गारण्टी 

सोलर पैनल को अधिकृत एजेंसी से लगवाया जा सकता है। पांच साल तक इसकी देखरेख की जिम्मेदारी भी उसी की होगी और सब्सिडी के पैसे भी उसी को हर साल बीस फीसदी के हिसाब से दिए जाएंगे।