राजस्थान की राजनीति में फिर तूफ़ान, विधायक हेमाराम चौधरी ने दिया इस्तीफ़ा

जयपुर। राजस्थान की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। इससे राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर तूफ़ान आ सकता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सत्ता कितनी हिलती है, यह आने वाले समय में पता चलेगा। फ़िलहाल राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बार फ्रंट फुट पर खेलने आए सचिन पायलट गुट के बाड़मेर के गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी। पार्टी आलाकमान से नाराज हेमाराम चौधरी ने 18 मई को राजस्थान विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफ़ा  ई मेल और डाक से अलग-अलग सीधे विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को भेजा है। हेमाराम चौधरी ने अपने इस्तीफे की वजह नहीं बताई है और कहा है कि वजह इस्तीफ़ा स्वीकृत होने के बाद बताएंगे। हेमाराम चौधरी ने इससे पहले भी इस्तीफा दिया था, लेकिन उस वक्त उन्हें मना लिया गया था।

सूत्रों ने बताया कि हेमाराम ने अपना इस्तीफ़ा पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का इशारा मिलने के बाद दिया। आपको बता दें कि स पिछले साल पायलट खेमे ने पार्टी से  बगावत कर दी थी और उनकी बाड़ेबंदी में भी हेमाराम 19 विधायकों के साथ थे।विधानसभा के बजट सत्र के दाैरान भी हेमाराम ने बगावती तेवर दिखाते हुए सरकार पर उनकी आवाज दबाने और उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास के कामों में भेदभाव का आरोप लगाया था। हेमाराम चौधरी सरकार बनने के बाद से ही असंतुष्ट चल रहे हैं, उनकी जगह हरीश चौधरी को मंत्री बनाया गया था तब से वे नाराज हैं। मुख्यमंत्री गहलोत की कार्यशैली से नाराज हेमाराम लंबे समय तक विधानसभा भी नहीं आए थे।




 

ये भी पढ़ें